रायसेन , दिसम्बर 01 -- रायसेन जिले के बरेली-पिपरिया मार्ग पर बने नयागांव पुल के अचानक ढह जाने की घटना के बाद जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। लापरवाही बरतने के आरोप में फील्ड स्टाफ के प्रबंधक ए.ए. खान को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मुख्य अभियंता गोपाल सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच दल गठित किया गया है, जो सात दिनों में अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंपेगा।

यह पुल एमपी सड़क विकास निगम के अधीन था। पुल टूटने से चार लोग घायल हो गए, जबकि पुल के नीचे काम कर रहे मजदूर ढहते ढांचे को देखकर समय रहते भाग निकले, जिससे बड़ी अनहोनी टल गई।

घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा और एसपी आशुतोष गुप्ता मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुल के ढहने से दो मोटरसाइकिलें नीचे गिर गईं, जिन पर सवार चार लोगों को बरेली सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में जैत निवासी तथा धोखेड़ा निवासी युवक शामिल हैं।

कलेक्टर ने बताया कि यह पुल वर्ष 1980 में निर्मित हुआ था। लगभग 120 फीट लंबा और 25 फीट चौड़ा यह पुल स्टेट हाईवे पर बरेली को पिपरिया से जोड़ता था। घटना को एमपीआरडीसी की बड़ी लापरवाही माना जा रहा है। फिलहाल आवागमन पूरी तरह बंद है और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

घटना पर कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री के क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं सुशासन पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं। सड़कें टूट रही हैं, पुल गिर रहे हैं-यह सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार का उदाहरण है।

कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा घायलों से अस्पताल में मिले और आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने यूनिवार्ता को बताया कि मार्ग पर बैरिकेट लगाकर यातायात पूरी तरह बंद कर दिया गया है तथा बैकल्पिक मार्ग तैयार कराया जा रहा है।

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