धार , नवंबर 27 -- मध्यप्रदेश के धार जिले में इन दिनों पुलिस की आम जनता से जुड़ने की एक नई कोशिश रंग लाती दिखाई दे रही है।
शहर की कोतवाली पुलिस इन दिनों रहवासी क्षेत्रों में पहुंचकर आम लोगों की मन की बातें सुन रही हैं, इसके लिए बाकायदा पुलिस चाय पर चर्चा का आयोजन कर रही है। बैठकों में थाना स्टाफ भी शामिल हो रहा है।
दरअसल असामाजिक आपराधिक गतिविधियों पर रोक एवं जागरूकता को लेकर मोहल्ला समितियों की बैठक आयोजित करने के निर्देश एसपी मयंक अवस्थी द्वारा दिए गए थे। इसी कड़ी में कोतवाली पुलिस श्रीनगर, गुलमोहर कॉलोनी व गाछावाडी क्षेत्र में पहुंची। बैठक में पुलिस के द्वारा नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के बारे में भी जानकारी दी।
थाना प्रभारी दीपक चौहान के अनुसार नाबालिग बच्चे अक्सर अज्ञानता, अशिक्षा या अन्य परिस्थितियों के कारण भटक जाते हैं, ऐसे बच्चों को सुरक्षित घर पहुंचाना समाज और पुलिस की साझा जिम्मेदारी है। थाना प्रभारी ने बैठक में गणमान्य नागरिकों से अपील कि हैं, कि कई बच्चे मोबाइल गेमिंग की लत के कारण खेलकूद और व्यायाम से दूर हो रहे हैं, जो आगे चलकर अनुशासनहीनता और अपराधों की ओर धकेल सकता है। ऐसे में परिजन स्वयं मुख्य भूमिका निभाते हुए मोबाइल गेमिंग से दूर रखें। कार्यक्रम में साइबर जागरूकता, मुस्कान अभियान, बालिका सुरक्षा और अन्य संबंधित विषयों पर भी व्यापक जानकारी दी गई।
उन्होंने कहा कि मोहल्ले में होने वाले आपसी छोटे-मोटे विवादों को हमें मिलकर ही सुलझाना चाहिए। इसमें सबसे अहम भूमिका मोहल्ले के वरिष्ठों की रहेगी। युवाओं का फोकस अपने करियर पर होना चाहिए। गलियों में अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति लगातार घुम रहा हैं, तो तुरंत सूचना बीट प्रभारी को दे। क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए, ताकि चोरी, लूट जैसी वारदातों को रोकने में मदद मिले। शहर में सौहार्दपूर्ण वातावरण का निर्माण करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
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