पटना , अक्टूबर 13 -- बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत राज्य के 20 जिलों में द्वितीय चरण के लिये इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वेरीफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) का प्रथम रैंडमाइजेशन कार्य सोमवार को सफलता पूर्वक पूरा कर लिया गया।

यह कार्य चुनाव आयोग के ईवीएम मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल के माध्यम से पूर्ण पारदर्शिता के साथ संपन्न हुआ।

प्रथम रैंडमाइजेशन एक तकनीकी प्रक्रिया है, जिसके तहत प्रथम स्तरीय जांच में सही पाई गई मशीनों को विधानसभावार रैंडम रूप से आवंटित किया जाता है, जिससे चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे। इससे संबंधित सभी दिशा- निर्देश चुनाव आयोग के मैन्युअल में वर्णित हैं, जो आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

प्रथम चरण के तहत 18 जिलों में ईवीएम और वीवीपैट का प्रथम रैंडमाइजेशन 11 अक्टूबर को पूरा किया जा चुका है। आज संपन्न हुए द्वितीय चरण के रैंडमाइजेशन में 20 जिले पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सितामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर शामिल हैं।

इन जिलों के कुल 122 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिये यह प्रक्रिया पूरी की गई है। इस प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिये सभी राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को जिला निर्वाचन पदाधिकारी की ओर से लिखित सूचना भेजी गई थी और उनके समक्ष ही यह रैंडमाइजेशन किया गया है।

रैंडमाइजेशन पूर्ण होने के उपरांत विधानसभा क्षेत्रवार आवंटित ईवीएम और वीवीपैट की सूची तैयार कर उसे राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर के साथ प्रमाणित किया गया। यह सूची सभी मान्यता प्राप्त दलों के जिला स्तरीय कार्यालयों को उपलब्ध कराई गई है।

इन मशीनों को संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के निर्वाचन पदाधिकारियों को सौंपा जायेगा। संबंधित विधानसभा क्षेत्र के निर्धारित स्ट्रॉंग रूम में मान्यता प्राप्त दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में इन मशीनों को सुरक्षित रूप से भंडारित किया जायेगा। प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी होने के बाद रैंडमाइजेशन में चयनित ईवीएम और वीवीपैट की सूची उन्हें भी उपलब्ध कराई जायेगी।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित