बिलासपुर, अक्टूबर 06 -- कोल इंडिया लिमिटेड के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) ब्रजेश कुमार त्रिपाठी अपने दो दिवसीय एसईसीएल दौरे के पहले दिन बिलासपुर स्थित एसईसीएल मुख्यालय पहुंचे हैं। एसईसीएल मुख्यालय स्थित औडीटोरियम में श्री ब्रजेश त्रिपाठी द्वारा सतर्कता पर एक विशेष व्याख्यान दिया गया।
एसईसीएल कर्मियों को संबोधित करते हुए सीवीओ त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्र के विकास में हर कोल इंडियन का महत्वपूर्ण योगदान है। कहा जाता है कि जो जीता वही सिकंदर लेकिन मैं कहना चाहूँगा कि जो जीता वही कोल इंडियन। आप सभी की मेहनत का ही फल है कि ही में कोल इंडिया को हाल ही में भारत की 10 सबसे ज़्यादा लाभप्रद कंपनियों में स्थान मिला है।
श्री त्रिपाठी ने इस वर्ष की सतर्कता थीम "सतर्कता - हमारी साझा जिम्मेदारी" पर जोर दिया और सभी से सामूहिक प्रयासों द्वारा संगठन में ईमानदारी, पारदर्शिता और नैतिक आचरण की संस्कृति को सशक्त बनाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि सतर्कता आपसे है, आपके लिए है और सदा आपके साथ है) यही सतर्कता की सच्ची भावना है, जो प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी में जिम्मेदारी और उत्तरदायित्व की भावना को प्रोत्साहित करती है।
इस अवसर पर सीएमडी एसईसीएल हरीश दुहन ने कहा कि मैं टीम एसईसीएल के हर कर्मी से आह्वान करना चाहूँगा कि हम अपने दायित्वों का पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से निर्वहन करें और यह हम सबकी साझा ज़िम्मेदारी है।
व्याख्यान के पश्चात सीवीओ सीआईएल ब्रजेश त्रिपाठी ने एसईसीएल मुख्यालय के सतर्कता विभाग के अधिकारियों के साथ संवाद सत्र में भी भाग लिया।
आगमन पर सीवीओ त्रिपाठी ने तीन माह की प्रिवेंटिव विजिलेंस (निवारक सतर्कता) अभियान के अंतर्गत आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने एक पेड़ माँ के नाम एवं एक पेड़ सतर्कता के नाम अभियान के तहत पौधा रोपित किया। इस अवसर पर एसईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक हरीश दुहन, निदेशक (तकनीकी-संचालन) एन. फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (मानव संसाधन) बिरंची दास, निदेशक (वित्त) डी. सुनील कुमार, निदेशक (तकनीकी- योजना/परियोजना) आर.सी. महापात्र तथा सीवीओ एसईसीएएल हिमांशु जैन द्वारा भी पौधरोपन किया गया।
इसके पश्चात् सीवीओ त्रिपाठी ने एसईसीएल मुख्यालय में विभागाध्यक्षों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में एसईसीएल द्वारा पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने हेतु उठाए गए विभिन्न कदमों और आईटी आधारित पहलों पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई।
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