दुर्गापुर , अक्टूबर 15 -- पश्चिम बंगाल में दुर्गापुर मेडिकल कॉलेज सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता के दोस्त वासेफ अली को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। वह 10 अक्टूबर की रात को वारदात के सामने आने के बाद से ही जांच के दायरे में था।

दुर्गापुर-आसनसोल के पुलिस आयुक्त सुनील चौधरी ने बताया कि आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज के पास पारंगुंज जंगल में आरोपियों के साथ अपराध का दृश्य फिर उत्पन्न करने के कुछ ही घंटों बाद मंगलवार रात मेडिकल छात्र वासेफ को गिरफ्तार किया गया, इसके साथ ही 11 अक्टूबर से अब तक छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

श्री चौधरी ने बताया कि वासेफ हमारी जांच के दायरे से बाहर नहीं है और इस मामले में उसके कपड़ों की भी जांच की जायेगी। जांच के दौरान मिले सबूतों के आधार पर हम उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

सूत्रों ने कहा कि अपराध स्थल पर वारदात के दृश्य फिर से उत्पन्न करने एवं पुलिस द्वारा पूछताछ के बाद वासेफ को कल रात गिरफ्तार किया गया और अनिवार्य चिकित्सा परीक्षण के बाद उसे आज अदालत में पेश किया जायेगा।

आसनसोल-दुर्गापुर उत्तर के पुलिस उपायुक्त अभिषेक गुप्ता ने अपराध स्थल पर वारदात का दृश्य फिर से उत्पन्न करने के दौरान उन्होंने संबंधित दल का नेतृत्व किया और वासेफ अली, एस.के. नसीरुद्दीन और एस.के. रियाजुद्दीन को साथ लेकर उस स्थान पर गये, जहां द्वितीय वर्ष की एमबीबीएस छात्रा के साथ कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था।

इससे पहले पुलिस ने बिजरा गांव स्थित नसीरुद्दीन और रियाज़ुद्दीन के घरों से उनके कपड़े ज़ब्त किये थे। पीड़िता ने न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने बंद कमरे में दिये बयान में कबूल किया था कि 10 अक्टूबर की रात लगभग नौ बजे जब वह वासेफ के साथ कैंपस से बाहर निकली थी, तब उसने पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की थी, जिसके बाद वासेफ को गिरफ़्तार किया गया।

सूत्रों ने कहा कि पीड़िता का बयान अस्पताल के बंद कमरे में लेने की विशेष व्यवस्था की गयी थी, जहां उसका इलाज चल रहा था। बयान दो घंटे से ज़्यादा समय तक चला था।

आसनसोल-दुर्गापुर के पुलिस आयुक्त ने बताया कि पीड़िता के बयान और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पता चला है कि केवल एक व्यक्ति ने पीड़िता पर यौन हमला किया था और घटनास्थल पर मौजूद अन्य चार लोगों की विशिष्ट भूमिकाओं की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी पांचों के खिलाफ पहले ही सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया जा चुका है।

पीड़िता के पिता ने घटना की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग की और राज्य पुलिस की जांच पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा, " मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सीबीआई जांच का अनुरोध करता हूं और हमें विश्वास है कि इससे और चीजें स्पष्ट रूप से सामने आयेंगी। अभी तक हमें अपनी बेटी पर हुए अपराध के संबंध में जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। "पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिस हमेशा पीड़िता के माता-पिता के साथ है और अगर वे मांग करेंगे तो पुलिस उन्हें चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान करेगी। हम इस अपराध में संदिग्धों की विशिष्ट भूमिकाओं की जांच कर रहे हैं।

मेडिकल-कानूनी रिपोर्ट, फोरेंसिक (रक्त के नमूने एवं डीएनए) और तकनीकी (कॉल विवरण) रिपोर्टों की अभी भी प्रतीक्षा की जा रही है।

पीड़िता ने पुलिस को दिये अपने पहले बयान में कहा था कि एक व्यक्ति ने उसके साथ दुष्कर्म किया, दो अन्य लोग यह देख रहे थे और बाद में दो अन्य लोग भी उसमें शामिल हो गये और उसका मोबाइल फोन छीनकर पैसे की मांग की। चोरी किया गया मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है।

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