नयी दिल्ली , नवंबर 28 -- दम घोंटने वाले धुआं और धूल (स्मॉग्) के साथ राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को भी वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में बनी रही। कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' स्तर का दर्ज किया गया और तड़के दृश्यता भी कम रही।

वायु गुणवत्ता संबंधी सूचनाओं से पता चला कि आज पूर्वाह्न 11 बजे शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 315 था, जो खतरनाक श्रेणी के अंतर्गत आता है। पीएम 2.5 (227) और पीएम10 (295) दर्ज की गयी, जो सुरक्षित सीमा से कई गुना अधिक है। उच्च आर्द्रता (68 प्रतिशत), बादलों तथा हवा की कम गति की वजह से प्रदूषक जमीन से कुछ ही ऊपर बने रहे।

आनंद विहार सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक था, जहां दिन की शुरुआत में निगरानी डेटा के अनुसार एक्यूआई 408 तक पहुंचने के कारण घना 'धूल और धुआं' छा गया।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सुबह के बुलेटिन के अनुसार, प्रदूषण की 'गंभीर' श्रेणी वाले कई प्रमुख इलाके अशोक नगर (417 एक्यूआई), बवाना (413), चांदनी चौक (408), जहांगीरपुरी (420), जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (401), और बुराड़ी क्रॉसिंग (403) शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, आईटीओ (393), नज़फ़गढ़ (365), सिरीफोर्ट (394), और श्री अरबिंदो मार्ग (354) 'बहुत खराब' श्रेणी में बने रहे।

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि सर्दी में तापमान गिरने और हवा की गति धीमी रहने के कारण आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता में सुधार होने की संभावना नहीं है। तड़के कोहरा छाये होने से दृश्यता के और खराब होने की आशंका है।

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