नयी दिल्ली , अक्टूबर 15 -- पूर्वी दिल्ली की वाहन चोरी निरोधक दस्ता ने वाहन चोरी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से मास्टर (नकली) चाबियों का इस्तेमाल कर महंगी गाड़ियां चुराने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया और दो शातिर वाहन चोर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त अभिषेक धानिया ने बुधवार को बताया कि एएटीएस की टीम लगातार संगठित वाहन चोरों पर नजर रख रही थी। गत 26 सितंबर को विशेष सूचना के आधार पर टीम ने सतीश (37) और मनोज (36) को गिरफ्तार किया था। जोकि राजधानी के बुध विहार के निवासी है।
पूछताछ में मुख्य आरोपी सतीश ने अपने अंतर्राज्यीय रैकेट का खुलासा किया। वह एक आदतन अपराधी है, जिसके खिलाफ पहले से ही 26 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें गैंगस्टर एक्ट, हत्या के प्रयास और चोरी शामिल हैं। उसका तरीका था दिल्ली से गाड़ियां चुराकर उन्हें मेरठ (यूपी) ले जाना, वहां फर्जी नंबर प्लेट लगाकर उनकी पहचान छुपाना और फिर उन्हें पंजाब, राजस्थान, कोलकाता जैसे अन्य राज्यों में बेचना।
सतीश की निशानदेही पर, पुलिस ने पांडव नगर से चोरी हुई एक काले रंग की हुंडई क्रेटा और चोरी की गाड़ी पर इस्तेमाल की जा रही एक फर्जी नंबर प्लेट जब्त की। उसने अपने फरार साथी आरिफ उर्फ मोहम्मद अली का भी नाम बताया, जो मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। पुलिस फरार आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।
उपायुक्त ने इस गिरफ्तारी से पूर्वी जिले में वाहन चोरी के मामलों पर अंकुश लगने की उम्मीद जताई है।
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