भोपाल , नवम्बर 30 -- राउंडग्लास टेनिस अकादमी के प्रशिक्षुओं ने एक बार फिर भारतीय टेनिस सर्किट में अपना दबदबा कायम रखा। दिल्ली में आईटीएफ जूनियर्स जे100 सिंगल्स खिताब में प्रनील शर्मा की जीत के एक दिन बाद ही अकादमी के एक अन्य खिलाड़ी ने प्रो सर्किट पर वही सफलता दोहराई। दिग्विजय प्रताप सिंह ने आईटीएफ एम25 टेनिस टूर्नामेंट, भोपाल के फाइनल में अपने साथी खिलाड़ी नितिन कुमार सिन्हा को 6-4, 7-6 से हराकर सिंगल्स खिताब अपने नाम किया। यह जीत दोनों खिलाड़ियों को लगभग बेहतरीन लय देती है, क्योंकि वे अब ग्वालियर में होने वाले राउंडग्लास आईटीएफ मेन्स वर्ल्ड टेनिस टूर (15हजार डॉलर) में इसी प्रदर्शन को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं।

सिंगल्स में शानदार अभियान के अलावा नितिन ने इस टूर्नामेंट में डबल्स फाइनल तक भी जगह बनाई, हालांकि खिताब बेहद करीबी मुकाबले में उनसे छिन गया। एस. डी. प्रज्ज्वल देव के साथ जोड़ी बनाकर नितिन ने आर्यन शाह और अथर्व शर्मा को कड़ी चुनौती दी, लेकिन यह जोड़ी अंततः 1-6, 6-4, 6-10 से मुकाबला हार गई।

देश में वर्तमान नंबर 23 दिग्विजय ने अपने अभियान की शुरुआत नीदरलैंड्स के फ्रीक वैन डोंसेलार पर तीन सेटों की कड़ी जीत से की। इसके बाद उन्होंने गियर बदलते हुए भारत के कबीर हांस को 6-2, 6-2 से आसानी से मात दी। क्वार्टरफाइनल में उन्होंने पहला सेट गंवाने के बाद शानदार वापसी करते हुए रोहन मेहरा को 4-6, 6-4, 6-3 से हराया। सेमीफाइनल में सिद्धांत बंथिया चोट के कारण पहले सेट में ही रिटायर हो गए, तब दिग्विजय 3-1 से आगे थे।

रविवार का फाइनल प्रो सर्किट पर दिग्विजय और नितिन के बीच केवल दूसरा मुकाबला था। दोनों की पहली भिड़ंत 2021 में दिल्ली में हुई थी, जिसमें नितिन विजेता रहे थे। इस बार बाज़ी दिग्विजय के हाथ रही।

आठवीं वरीयता प्राप्त नितिन ने भी टूर्नामेंट में उतनी ही प्रभावशाली राह तय की। उन्होंने दूसरे दौर में राउंडग्लास अकादमी के अर्जुन राठी के खिलाफ कड़े तीन सेटों के मुकाबले में पीछे से लौटते हुए जीत हासिल की। क्वार्टरफाइनल में उन्होंने टूर्नामेंट के तीसरे वरीय ग्रिगोरी लोमाकिन (कज़ाख़स्तान) को सीधे सेटों में हराकर सनसनीखेज प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल में जगह बनाई।

सेमीफाइनल में उनका सामना बार-बार मिलने वाले प्रतिद्वंद्वी-डबल्स पार्टनर और शीर्ष वरीय एस. डी. प्रज्वल देव-से हुआ। उम्मीद के मुताबिक मैच रोमांचक रहा और निर्णायक पलों में नितिन ने बेहतरीन संयम दिखाते हुए 4-6, 6-2, 6-4 से जीत दर्ज की।

दिग्विजय और नितिन, दोनों ही चंडीगढ़ स्थित राउंडग्लास टेनिस अकादमी में प्रतिष्ठित कोच आदित्य सचदेवा के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेते हैं। तकनीकी निदेशक सचदेवा ने इन प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, "इस सप्ताह दिल्ली में हमारे जूनियर्स द्वारा सिंगल्स और डबल्स दोनों खिताब जीतने के बाद, भोपाल में यह परिणाम राउंडग्लास टेनिस अकादमी में किए जा रहे कार्य को और मजबूत करता है। जूनियर से लेकर मेन्स तक सभी स्तरों पर सफलता यह दर्शाती है कि हमारी प्रक्रिया प्रभावी है। यह सिर्फ शुरुआत है, और हम भविष्य में और सुदृढ़ प्रणाली बनाने पर काम करेंगे।"दिग्विजय और नितिन अब 2 दिसम्बर को ग्वालियर में शुरू होने वाले राउंडग्लास आईटीएफ मेन्स वर्ल्ड टेनिस टूर के पहले दौर में कोर्ट पर उतरेंगे, जहां भारत के शीर्ष जूनियर खिलाड़ी हितेश चौहान भी मुख्य ड्रॉ में उनके साथ शामिल होंगे।

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