नयी दिल्ली , दिसंबर 26 -- दाभोल-एनटीपीसी से जुड़े कुछ पुराने भूतपूर्व सैनिकों ने वेतन और पेंशन संबंधी अपनी लंबित मांगों को लेकर राजधानी में सरकारी क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी के विरुद्ध शनिवार को धरना प्रदर्शन करने और तत्काल कार्रवाई नहीं होने पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की चेतावनी दी है।
इन भूतपूर्व सैनिकों ने यहां शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चौबीस सालों से उनकी मांग लंबित है और इसको लेकर वे यहां एनटीपीसी के मुख्यालय पर शनिवार से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करेंगे। महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले में अमेरिकी कंपनी एनरान द्वारा स्थापित डोभाल बिजली संयंत्र परियोजना का दिवाला पिटने के बाद उसकी परिसम्पत्तियों के उद्धार के लिए सरकारी क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी और गेल (इंडिया) लि. की साझा कंपनी रत्नागिरी गैस एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड ने उसका अधिग्रहण कर लिया था।
कंपनी में काम कर चुके 96 पूर्व सैनिकों के प्रतिनिधियों ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अपनी मांगों को लेकर लम्बे समय तक भागदौड़ करने कोई फल नहीं मिला है और हार कर उन्हें अब अनिश्चितकालीन आदोलन शुरु करने का फैसला करना पड़ा है। उन्होंने कहा अपनी हक की लड़ाई लड़ते 16 पूर्व सैनिकों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि 2001 में दाभोल के प्रबंधन में बदलाव के बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था लेकिन उनके बकाया वेतन और पेंशन का हिसाब नहीं किया गया है।
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