हैदराबाद , दिसंबर 21 -- तेलंगाना सरकार राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सहयोग से 22 दिसंबर को चुने हुए जिलों में बाढ़ की स्थितियों और औद्योगिक दुर्घटनाओं पर एक व्यापक मॉक अभ्यास करेगी।

यह अभ्यास जिला कलेक्टरों के मार्गदर्शन में पहचाने गये स्थानों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा, जिसमें सभी संबंधित विभागों की भागीदारी होगी और राज्य मुख्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घनिष्ठ समन्वय होगा। इसका उद्देश्य आपात स्थितियों के दौरान प्रतिक्रिया प्रणालियों, अंतर-विभागीय समन्वय और मापनीयता का परीक्षण करना है।

बाढ़-प्रतिक्रिया अभ्यास खम्मम, वारंगल, कामारेड्डी, निजामाबाद, मेडक, महबूबनगर, हैदराबाद, सूर्यापेट, भद्राद्री-कोठागुडेम, निर्मल, जयशंकर-भूपालपल्ली और हनमकोंडा जिलों में संवेदनशील स्थानों पर सुबह नौ से अपराह्न एक बजे तक आयोजित किये जाएंगे। मुख्य स्थलों में नदी किनारे, झीलें, झरने, निचले इलाके और खम्मम में सरकारी जनरल अस्पताल और एरिया अस्पताल, जडचेरला जैसे प्रमुख अस्पताल शामिल हैं।

औद्योगिक दुर्घटना मॉक ड्रिल संगारेड्डी, मेडचल-मलकाजगिरी, रंगा रेड्डी, यादद्री भुवनगिरी और नलगोंडा जिलों में प्रमुख औद्योगिक इकाइयों में शाम 05:30 से रात 09:00 बजे तक होगी। चुनी गये संयंत्रों में ऑरोबिंदो फार्मा लिमिटेड, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, हैदराबाद स्मार्ट टर्मिनल, नैटको फार्मा लिमिटेड, डिविस लैबोरेटरीज और डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज शामिल हैं, जिसमें नकली रासायनिक रिसाव, आग और खतरनाक सामग्री की घटनाओं को शामिल किया जायेगा।

एनडीएमए के विशेष पर्यवेक्षक कमियों, परिचालन अंतराल और समन्वय की समस्याओं की पहचान करने के लिये अभ्यासों की निगरानी करेंगे। राज्य की आपदा तैयारी और प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करने के लिये सिफारिशों के आधार पर एक विस्तृत मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार की जायेगी।

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