सोनीपत , अक्टूबर 06 -- हरियाणा के सोनीपत में सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले 14 वर्षीय छात्र पर तीन युवकों ने नहर किनारे चाकू और बर्फ तोड़ने वाले सुए से ताबड़तोड़ हमले किए। उसे गंभीर रूप से घायल कर नहर किनारे छोड़कर फरार हो गए।
छात्र को परिजनों ने खून से लथपथ हालत में बीपीएस खानपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर तीन नाबालिग आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। वहीं गिरफ्तार तीनों को मधुबन बाल सुधार गृह भेज दिया है ।
गांव जुआं के रहने वाले जयभगवान ने थाना मोहाना में दी शिकायत में बताया कि उसकी बेटी किरन की शादी दिल्ली के लामपुर गांव में 2002 हुई थी, लेकिन वह पिछले आठ साल से अपने बेटे हिमांशु (14) के साथ पिता के घर गांव जुआं में रह रही है। हिमांशु गांव के सरकारी स्कूल में आठवीं कक्षा का छात्र है। शनिवार सुबह वह रोजाना की तरह 7:30 बजे स्कूल गया था। .नाना सत्यनारायण ने बताया कि दोपहर करीब 2:30 बजे स्कूल की छुट्टी के बाद उसके ही स्कूल के दसवीं कक्षा के तीन स्टूडेंट बाइक पर पहुंचे और जबरदस्ती हिमांशु को उठाकर नहर की कच्ची पटरी पर, जलवीर के खेत के पास ले गए। वहां तीनों ने हिमांशु पर चाकू और बर्फ तोड़ने वाले सुआ से पेट, कमर और गर्दन पर कई वार किए और उसे अधमरा छोड़कर मौके से फरार हो गए। वहीं मौके पर घायल अवस्था में हिमांशु ने किसी राहगीर की मदद से अपने परिजनों को फोन करने के लिए नंबर बताया। जानकारी मिलते ही नाना व अन्य परिवार के लोग मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वह खून से लथपथ बेसुध पड़ा हुआ मिला।
परिजन उसे तुरंत पीजीआई खानपुर मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उपचार शुरू किया। जयभगवान ने आरोप लगाया कि तीनों युवकों ने हिमांशु को जान से मारने की नीयत से वार किए हैं।
थाना मोहाना पुलिस के अनुसार , दोपहर में फोन पर सूचना मिली कि गांव जुआ में एक बच्चे पर चाकू से हमला हुआ है। सूचना पर जांच अधिकारी एसआई रमेश कुमार पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे।
मौके पर पहुंचने पर पता चला कि घायल हिमांशु को परिजन पहले ही अस्पताल ले जा चुके थे। इसके बाद एफएसएल टीम ने डॉक्टर जगबीर सिंह की मौजूदगी में मौके से खून से सने चाकू, बर्फ तोड़ने वाला सुआ और खून से सनी मिट्टी को कब्जे में लेकर सील किया। मौके का नक्शा नजरी तैयार किया गया और घटनास्थल की वीडियो रिकॉर्डिंग 'ई -साक्ष्य एप' पर अपलोड किया गया ।एसआई रमेश कुमार ने कहा कि पीजीआई खानपुर अस्पताल पहुंचकर हिमांशु की मेडिकल रिपोर्ट हासिल की गई । चिकित्सकों द्वारा रिपोर्ट में हिमांशु के शरीर पर कुल नौ चोटें दर्ज कीं और लिखा कि ये चोटें धारदार हथियार से लगी हैं और 'डेंजरस टू लाइफ " यानी जीवन के लिए खतरा हैं। डॉक्टर ने यह भी लिखा कि इन चोटों का कारण किसी गिरने या सामान्य टकराव से नहीं हो सकता। पुलिस ने चिकित्सकों से हिमांशु के बयान लेने की अनुमति मांगी, लेकिन चिकित्सकों ने एमएलआर पर उल्लेख किया कि मरीज हिमांशु स्टेटमेंट देने की स्थिति में नहीं है।
इसके बाद हिमांशु के नाना जयभगवान पुत्र टेकराम ने पुलिस को लिखित शिकायत दी। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 115(2), 118(1), 140(1), 109 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया हैं। केस की आगे की जांच एएसआई राजकिशन को सौंपी गई है। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मधुबन बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है।
वहीं पुलिस के अनुसार, हमले के पीछे किसी लड़की का चक्कर बताया जा रहा है। हालांकि नाना का कहना है कि आरोपियों ने बचाव के लिए झूठ बोला है और उनका दोहता किसी के साथ कोई झगडे में शामिल नहीं होता था।
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों ने बालक पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ कठोर सजा की मांग की है। पुलिस ने गांव और नहर क्षेत्र में अतिरिक्त गश्त बढ़ा दी है, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
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