लुधियाना , अक्टूबर 15 -- शिरोमणि अकाली दल 'वारिस पंजाब दे' के कार्यकारिणी सदस्य राजीव कुमार लवली ने बुधवार को कहा कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग तरनतारन विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की हार देखकर बौखला गये हैं और बिना सोचे-समझे बयान दे रहे हैं।

बुधवार को यहां जारी एक बयान में, लवली ने कहा कि वड़िंग राज्य में मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा, वह सांसद भी हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि संविधान में कहीं भी हिंदुस्तान या खालिस्तान का ज़िक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि श्री दरबार साहिब पर हमला करवाने वाली कांग्रेस ने हमेशा लोगों को धर्म और जाति के आधार पर बांटा है। अब फिर से वे हिंदू और सिख समुदाय को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।

लवली ने वड़िंग से लोगों के सामने यह स्पष्ट करने को कहा कि खालिस्तान की मांग किसने की है? फिरौती कौन मांग रहा है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आज तक पंजाब का कभी भला नहीं किया। अब ये एक बार फिर वे पंजाब को अंधकार के दौर में धकेलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने शुरू से ही पंजाब को नुकसान पहुंचाया है। फिर चाहे वह 1947 और फिर 1966 में पंजाब का विभाजन हो, या 1984 में दिल्ली में हुआ सिख नरसंहार हो। यहां तक कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भी स्वीकार किया है कि कांग्रेस ने सिख जनसंहार कैसे किया। उन्होंने कहा कि जनता को इस पार्टी को जवाब देना चाहिए।

लवली ने कहा कि जब दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया गया था, तो पार्टी में मौजूद कुछ नेता उनका विरोध कर रहे थे। लवली ने ज़ोर देकर कहा कि उपचुनावों के लिए अभी नामांकन पत्र भरे जा रहे हैं और कांग्रेस पार्टी की बौखलाहट खुलकर सामने आने लगी हैं। इससे पता चलता है कि तरनतारन उपचुनाव और उसके बाद 2027 के पंजाब विधानसभा चुनावों को लेकर उनके पैरों तले ज़मीन खिसक रही है।

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