चेन्नई , दिसंबर 20 -- अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (अन्ना द्रमुक) के महासचिव एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता ई. के. पलानीस्वामी ने शनिवार को कहा कि मसौदा मतदाता सूची से 90 लाख से ज़्यादा नामों को हटाने के तौर पर चिह्नित किया जाना पार्टी के स्टैंड को सही साबित करता है।

गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के दौरान मसौदा मतदाता सूची में 90 लाख से ज़्यादा मतदाताओं के नाम को फर्जी होने के संदेह के तौर पर चिह्नित किया है।

श्री पलानीस्वामी में यहां एक बयान में कहा, "द्रमुक को लगता था कि वह फर्जी वोटों से लोकतंत्र में हेरफेर करके सत्ता में बनी रह सकती है, लेकिन अब घबराहट और निराशा का सामना कर रही है क्योंकि उसका यह भ्रम टूट गया है।" उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी जनता को गुमराह करने के लिए नाटक करने लगी है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अगर मसौदा मतदाता सूची से उनके नाम गायब हैं तो वे घबराएं नहीं। उन्होंने कहा कि जो वोटर जगह बदलने या दूसरे सही कारणों से हटा दिए गए हैं, वे चुनाव आयोग द्वारा बताए गए वैध पहचान पत्रों के साथ फॉर्म-6 (नए वोटर रजिस्ट्रेशन) या फॉर्म-8 (सुधार/ट्रांसफर) जमा करके आसानी से अपना नाम वापस जुड़वा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि अन्ना द्रमुक के बुथ लेवल एजेंट (बीएलए)-2 मतदाताओं को ज़रूरी फॉर्म भरने और जमा करने में पूरी सहायता करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके नाम अंतिम मतदाता सूची में शामिल हों। उन्होंने द्रमुक के डर फैलाने वाले प्रचार से सावधान अपील करते हुए कहा कि द्रमुक वोट चोरी होने का झूठा प्रचार करके लोगों को भ्रमित कर रही है। उन्होंने कहा कि जब तक अन्ना द्रमुक मज़बूत है, एक भी असली मतदाता के नाम नहीं हटने दिया जाएगा। एसआईआर की प्रक्रिया के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं की कोशिशों की तारीफ़ करते हुए श्री पलानीस्वामी ने उन्हें बधाई दी।

श्री पलानीस्वामी ने कहा कि इस काम का सबसे ज़रूरी दौर अब शुरू हो गया है। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बूथ-वाइज़ पुरानी मतदाता सूची की तुलना मसौदा सूची से करें और यह सत्यापित करें कि नाम सिर्फ़ सही वजहों से ही हटाए गए हैं, जैसे कि मौत, जगह बदलना, या नाम का दोहराव, और जहाँ भी असली मतदाताओं के नाम बिना किसी सही वजह के हटाए गए हैं, वहाँ तुरंत सुधार के लिए कदम उठाएँ। ऐसे मामलों में कार्यकर्ताओं को खुद वोटर के घर जाना चाहिए, उन्हें फॉर्म-6 या फॉर्म-8 भरने में मदद करनी चाहिए और बूथ लेवल अधिकारी से पास जमा करना चाहिए तथा यह सुनिश्चित करना चाहिए उनका नाम अंतिम मतदाता सूची में शामिल हो गया।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित