पंजाब , अक्टूबर 10 -- पंजाब के मोहाली में 'हर शुक्रवार डेंगू पर वार' अभियान के तहत जिला स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने शुक्रवार को जिले में विभिन्न स्थानों पर जांच की।

सिविल सर्जन डॉ संगीता जैन ने बताया कि जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. गिरीश डोगरा, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ अनामिका सोनी तथा जिले के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों के नेतृत्व में स्वास्थ्य टीमों ने नर्सरियों, खाली प्लॉटों और निर्माण स्थलों पर जाकर डेंगू फैलाने वाले मच्छर के लार्वा की जांच की।

मौके पर मौजूद लोगों को डेंगू बुखार के लक्षणों, कारणों, बचाव और उपचार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। निरीक्षण टीमों में विशेष रूप से नर्सिंग कॉलेजों के विद्यार्थी और आशा वर्कर भी शामिल थे।

डॉ जैन ने बताया कि डेंगू बुखार फैलाने वाले मच्छर का लार्वा कुछ ही दिनों में खतरनाक मच्छर बन जाता है, जो व्यक्ति की जान भी ले सकता है। उन्होंने कहा कि डेंगू बुखार का कोई निश्चित मौसम नहीं है, लेकिन सामान्यतः यह जुलाई से नवंबर के बीच अधिक होता है, इसलिए इन दिनों विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि यह मच्छर साफ पानी में पैदा होता है और दिन के समय काटता है। सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में डेंगू की जांच और इलाज निःशुल्क उपलब्ध है। जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन 104 पर संपर्क किया जा सकता है।

डेंगू एक बुखार है जो एडीज एजिप्टी नामक मच्छर के काटने से होता है। इसके आम लक्षणों में तेज सिरदर्द, उच्च बुखार, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, नाक या मसूड़ों से खून आना, जी मिचलाना और उल्टियां आना शामिल हैं।

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