नयी दिल्ली , नवंबर 27 -- राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर राहटकर ने गुरुवार को कहा कि ई-कॉमर्स के विस्तार, ऑनलाइन सेवा प्लेटफॉर्म और वर्क-फ्रॉम-होम अवसरों के कारण अगले पांच साल में डिजिटल अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी तीन गुना बढ़ेगी।
सुश्री राहटकर ने यहां फिक्की द्वारा आयोजित दूसरे 'कार्यबल में महिलाएं' सम्मेलन में बताया कि प्रौद्योगिकी और कार्य व्यवस्था में लचीलापन महिलाओं के रोजगार के लिए अभूतपूर्व अवसर पैदा कर रही हैं। उन्होंने कहा, "हम अनुमान लगाते हैं कि साल 2030 तक ई-कॉमर्स, ऑनलाइन सेवाओं, डिजिटल प्लेटफॉर्म और वर्क-फ्रॉम-होम के माध्यम से महिलाओं का डिजिटल रोजगार कम से कम तीन गुना बढ़ सकता है।" उन्होंने कहा कि शिक्षित महिलाओं को उभरते क्षेत्रों में कहीं अधिक रोजगार अवसर मिलेंगे।
सुश्री रहाटकर ने ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में उल्लेखनीय प्रगति का जिक्र किया, विशेष रूप से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह का उदाहरण देते हुए, जहां कम जनसंख्या के बावजूद एक हजार से अधिक लखपति दीदियां हैं जो हर साल एक लाख रुपये से अधिक कमाती हैं।
सम्मेलन में कार्यस्थल में लैंगिक विविधता बढ़ाने के प्रयासों के लिए द्वितीय फिक्की वीमिन एम्पावरमेंट अवॉर्ड्स भी प्रदान किये गये। डियाजियो इंडिया (यूनाइटेड स्पिरिट्स) को 3,001 करोड़ रुपये से अधिक वार्षिक कारोबार वाली निजी कंपनियों में वरिष्ठ प्रबंधन में महिलाओं के प्रतिनिधित्व के लिए शीर्ष सम्मान मिला। द न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने सार्वजनिक क्षेत्र का पुरस्कार जीता। नोवार्टिस हेल्थकेयर को इस श्रेणी में ज्यूरी द्वारा सराहा गया।
करियर विकास, कौशल विकास और मेंटरशिप श्रेणी में सब्रोस लिमिटेड और एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी को बड़ी निजी कंपनियों में संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया। ईवाई इंडिया और लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी को संयुक्त रूप से ज्यूरी की सराहना मिली। नैटवेस्ट डिजिटल सर्विसेज इंडिया ने 201 करोड़ रुपये से 3,000 करोड़ रुपये तक के वार्षिक कारोबार वाली कंपनियों की मिड-मार्केट श्रेणी में जीत हासिल की। पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया को सार्वजनिक क्षेत्र की श्रेणी में ज्यूरी ने सराहा।
नोवार्टिस हेल्थकेयर और लोरिअल इंडिया को स्वास्थ्य और कल्याण श्रेणी में संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया। टीवीएस मोटर कंपनी ने बड़े निजी क्षेत्र की कंपनियों में कर्मियों के लिए प्रभावशाली केयर इकोसिस्टम के लिए पुरस्कार जीता।
फिक्की के अध्यक्ष और इमामी के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हर्षवर्धन अग्रवाल ने आर्थिक आंकड़े प्रस्तुत किए जिनमें कहा गया है कि यदि देश में महिलाओं की कार्यबल भागीदारी को पुरुषों के स्तर तक बढ़ाया जाये तो साल 2030 तक देश के जीडीपी में 700-900 अरब डॉलर की वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा, "महिलाओं की श्रम शक्ति भागीदारी में हर 10 प्रतिशत वृद्धि से जीडीपी में 0.4 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।"फिक्की की महिला सशक्तिकरण समिति की मेंटर और अपोलो हॉस्पिटल्स की संयुक्त प्रबंध निदेशक संगीता रेड्डी ने वित्तीय पहुंच, हिंसा की रोकथाम, शिक्षा समानता और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी पर निरंतर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर फिक्की की दो रिपोर्ट "ए वर्कप्लेस केयर प्लेबुक" और "अपस्किलिंग हर फ्यूचर: कॉरपोरेट इनोवेशंस इन वीमिन्स स्किल डेवलपमेंट" भी जारी की गयी।
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