रांची , दिसंबर 24 -- झारखंड इन दिनों कड़ाके की शीतलहर की चपेट में है।
राजधानी रांची सहित राज्य के अधिकांश जिलों में तापमान लगातार गिर रहा है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। सुबह और देर रात छाए घने कोहरे ने लोगों की परेशानियां और बढ़ा दी हैं।
लोहरदगा राज्य का सबसे ठंडा जिला दर्ज किया गया, जहां न्यूनतम तापमान गिरकर 5.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
राजधानी रांची में न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी घटकर मात्र 50 मीटर रह गई। इससे सड़क, रेल और हवाई यातायात पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिम दिशा से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण राज्यभर में तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
अन्य जिलों की बात करें तो डालटनगंज में न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री, बोकारो में 9.5, कोडरमा में 9.7, गुमला में 8.5, हजारीबाग में 6.9, खूंटी में 8.0 और लातेहार में 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है और आने वाले दिनों में सर्दी का प्रकोप और बढ़ सकता है।
शीतलहर को देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। बुधवार को गढ़वा, पलामू, चतरा, कोडरमा, हजारीबाग, गिरिडीह, देवघर, दुमका, गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ जिलों में यलो अलर्ट घोषित किया गया है। इन इलाकों में कड़ाके की ठंड के साथ घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। वहीं गुरुवार को पश्चिम सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, देवघर, दुमका, गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़ और जामताड़ा जिलों में ठंड और कोहरा लोगों को कंपकंपाने पर मजबूर कर सकता है।
मौसम विभाग ने लोगों को सुबह और रात के समय अनावश्यक बाहर निकलने से बचने तथा विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को ठंड से बचाव के उपाय अपनाने को कहा गया है।
घने कोहरे का असर यातायात व्यवस्था पर भी साफ नजर आया। रांची एयरपोर्ट से जाने वाली कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा, जबकि पुणे, मुंबई, हैदराबाद और पटना से आने वाली कई फ्लाइटें तय समय से काफी देर से पहुंचीं। इसके अलावा कई ट्रेनें भी निर्धारित समय से विलंब से पहुंचीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
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