रांची , दिसंबर 19 -- झारखंड के सभी सरकारी विद्यालयों में वर्ष 2025-26 मे विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार एवं विद्यालयी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आज से चार दिवसीय तृतीय विशेष अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) की शुरुआत हुई।

इस अवसर पर अभिभावकों की सक्रिय उपस्थिति में छात्र नामांकन, नियमित उपस्थिति, विद्यालय के शैक्षणिक वातावरण, पीएम-पोषण योजना का आच्छादन, परीक्षाओं की तैयारी तथा रेल परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर शिक्षकों ने अभिभावकों के साथ सकारात्मक और सार्थक संवाद किया। बैठक का उद्देश्य विद्यालय और अभिभावकों के बीच समन्वय को मजबूत करना तथा विद्यार्थियों एवं विद्यालय के सर्वांगीण विकास हेतु सामूहिक सहभागिता को प्रोत्साहित करना है। तृतीय विशेष अभिभावक शिक्षक बैठक के पहले दिन आज चयनित 960 सरकारी विद्यालयों को छोड़कर अन्य सभी सरकारी विद्यालयों में नियमित पीटीएम आयोजित की गयी।

22 से 24 दिसंबर तक विशेष पीटीएम का आयोजन किया जाएगा, जिसमे जन प्रतिनिधियों के अलावा जिलों के उपायुक्त समेत अन्य वरीय शिक्षा पदाधिकारी भी शामिल होंगे। विशेष पी.टी.एम. राज्य के 960 चयनित सरकारी विद्यालयों (480 उच्च प्रदर्शन एवं 480 फोकस विद्यालय) एवं अन्य सभी सरकारी विद्यालयों में चार चरणों में आयोजित की जा रही है। चयनित 480 उच्च प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों में प्रति जिला 20 विद्यालय एवं 480 फोकस विद्यालयों में प्रति जिला 20 विद्यालय शामिल हैं।

विशेष पी.टी.एम. का आयोजन चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। आज पहले चरण के दौरान विद्यालयों में नियमित त्रैमासिक पीटीएम का आयोजन किया गया। जिसमें सामान्य शैक्षणिक पी.टी.एम. के प्रावधानों का पालन किया गया। 22 दिसंबर सोमवार को आयोजित होने वाले दूसरे चरण के दौरान जिला स्तर के शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, अवर शिक्षा पदाधिकारी, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी आदि द्वारा कम से कम 20 विद्यालयों का भ्रमण किया जाना है। 23 दिसंबर 2025, मंगलवार को आयोजित होने वाले विशेष पीटीएम के तीसरे चरण में जिला स्तर के प्रशासनिक पदाधिकारी एवं अनुमंडल, उप विकास आयुक्त तथा अन्य प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा कम से कम 10 विद्यालयों का भ्रमण किया जाना है।

24 दिसंबर बुधवार को आयोजित होने वाले विशेष पीटीएम के चौथे और अंतिम चरण में जनप्रतिनिधियों, सांसद एवं विधायक प्रतिनिधियों द्वारा विद्यालयों का भ्रमण किया जाएगा।

विशेष पी.टी.एम. के दौरान प्रत्येक अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति अथवा जनप्रतिनिधि कम से कम दो विद्यालयों का भ्रमण करेंगे। इनमे एक उच्च प्रदर्शन करने वाला विद्यालय और एक फोकस विद्यालय शामिल होगा। भ्रमण के दौरान पहले उच्च प्रदर्शन वाले विद्यालय का निरीक्षण किया जाएगा, तत्पश्चात फोकस विद्यालय का दौरा कर दोनों विद्यालयों के शैक्षणिक परिवेश, सीखने के स्तर एवं आवश्यक सुधारों का तुलनात्मक आकलन किया जाएगा।

विशेष पी.टी.एम. के माध्यम से अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है, ताकि बच्चों की पढ़ाई, नियमित उपस्थिति और समग्र विकास के लिए विद्यालय एवं अभिभावक मिलकर साझा जिम्मेदारी निभा सकें। राज्य सरकार का यह प्रयास शिक्षा की गुणवत्ता को जमीनी स्तर पर मजबूत करने, पारदर्शिता बढ़ाने तथा हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाने की दिशा में विशेष पीटीएम एक महत्वपूर्ण आधार बने।

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