झाबुआ , नवम्बर 29 -- मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित, सुसज्जित और आधुनिक आवास उपलब्ध कराने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने शनिवार को वर्किंग वुमन हॉस्टल के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। कार्यक्रम में कलेक्टर सुश्री नेहा मीना भी उपस्थित रहीं।

मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा कि जनजातीय अंचल की महिलाओं के लिए यह हॉस्टल केवल एक आवासीय सुविधा नहीं, बल्कि सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता का नया अध्याय होगा। 50-सीटर क्षमता वाले इस हॉस्टल को भविष्य में 100-सीटर तक विस्तारित किया जाएगा। दो मंजिला भवन में वन-सीटर तथा टू-सीटर कमरे, योगा रूम, लाइब्रेरी, ओपन जिम, मेस, बैडमिंटन कोर्ट और चाइल्ड केयर रूम जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। सुरक्षा के लिए 24 घंटे वार्डन की नियुक्ति रहेगी।

कार्यक्रम में मंत्री सुश्री भूरिया ने राणापुर, थांदला, रामा, झाबुआ और मेघनगर परियोजनाओं की 30 नवनियुक्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि पूर्णतः पारदर्शी ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया ने मध्यप्रदेश को सुशासन का मॉडल राज्य बनाने में नई पहचान दिलाई है।

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत कक्षा 10वीं और 12वीं की जिले की 20 मेधावी छात्राओं को 5000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। कलेक्टर सुश्री नेहा मीना ने कहा कि यह सहायता बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।

कार्यक्रम में स्वरोजगार योजनाओं के हितग्राहियों को ऋण वितरण भी किया गया। भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना में श्रीमती ममता भूरिया को होटल-ढाबा व्यवसाय हेतु 10 लाख रुपये, टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना में श्रीमती रामतु भूरिया को किराना दुकान हेतु 1 लाख रुपये तथा श्रीमती सोना बामनिया को टेलरिंग व्यवसाय के लिए 1 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया।

मंत्री सुश्री भूरिया ने बाल विवाह रोकथाम के लिए जन जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और मौजूद लोगों को बाल विवाह के विरुद्ध शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि समाज के सहयोग से इस कुप्रथा को पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है।

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