नयी दिल्ली , अक्टूबर 01 -- बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले राजनेता समीकरण बनाने में जुट गये हैं और इसी कड़ी में जे पी आंदोलन के साथियों ने बुधवार को बिहार डेवलपमेंट अलायन्स (बीडीए) का गठन करने और 55 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की।

जनहित दल, जे पी सेनानी और जनता पार्टी ने आज संयुक्त रूप से संवाददाताओं को संबोधित किया और बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने गठबंधन 'बिहार डेवलपमेंट अलायंस' की आधिकारिक घोषणा की। इस मौके पर डॉ. सूरज मंडल, अनशुमन जोशी और नवनीत चतुर्वेदी सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। गठबंधन ने घोषणा की कि वह आगामी चुनाव में लगभग 55 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे। बीडीए के नेताओं ने कहा कि यह नया और तीसरा मोर्चा बिहार की राजनीति में एक सशक्त विकल्प बनकर उभरेगा और जनता को पारदर्शी, विकासोन्मुखी तथा जनहित केंद्रित राजनीति प्रदान करेगा।

जनहित दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनशुमन जोशी ने कहा, " आज की राजनीति में आमजन और अल्पसंख्यकोंकी आवाज़ को वह स्थान नहीं मिलता, जिसकी उन्हें आवश्यकता है। इसी उद्देश्य से गठबंधन ने एक राष्ट्रीय अल्पसंख्यक समिति का गठन किया है, ताकि मुस्लिम, सिख, ईसाई और अन्य समुदायों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व मिल सके। "जनता पार्टी के अध्यक्ष नवनीत चतुर्वेदी ने कहा कि अब तक तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों ने केवल अल्पसंख्यकों के वोट लिये, लेकिन उन्हें उचित नेतृत्व का अवसर नहीं दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बिहार डेवलपमेंट अलायंस मुस्लिम युवाओं सहित सभी अल्पसंख्यकों को राजनीति में आगे आने और अपने समाज का नेतृत्व करने का मंच देगा।

पूर्व सांसद एवं जे.पी. सेनानी डॉ. सूरज मंडल ने कहा, " बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है, जो इस गठबंधन को हल्के में ले रहे हैं, वे आने वाले समय में इसका प्रभाव देखेंगे। मंडल ने कहा कि झारखंड जैसे बड़े आंदोलन में नेतृत्व करने का अनुभव रखने वाले सेनानी अब बिहार में भी क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए तैयार हैं।"इस मौके पर असगर खान ने कहा, "हमारी लड़ाई ज़िद की नहीं, बल्कि सिद्धांतों की है। जब बात सिद्धांतों की हो, तो टकराव ज़रूरी है, और यही देशभक्ति का असली इम्तिहान है।"प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नेताओं ने एक 'पोटली' भी प्रदर्शित की, जिसे उन्होंने जनता तक अपने विचार और वादे पहुंचाने का प्रतीक बताया। उनका कहना था कि इस 'बदलाव की पोटली' में वे बिहार के भविष्य की नयी राह छुपाये हुये हैं, जिसमें अल्पसंख्यकों को वास्तविक प्रतिनिधित्व, भ्रष्टाचार-मुक्त शासन और विकास केंद्रित राजनीति का संकल्प शामिल है। नेताओं ने कहा कि यही पोटली अब घर-घर जाकर जनता को जागरूक करेगी और चुनावी अभियान का आधार बनेगी।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित