जयपुर , दिसंबर 22 -- देश की प्रमुख बी2बी और बी2सी ज्वैलरी प्रदर्शनी 'जयपुर ज्वैलरी शो' (जेजेएस) का चार दिवसीय 21वां संस्करण सोमवार को सम्पन्न हो गया जिसमें 46 हजार से अधिक लोगों ने शिरकत की और अब आगामी संस्करण अगले वर्ष 18 से 21 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा।
जेजेएस के समापन समारोह के मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री डा प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि जयपुर आभूषण की दुनिया में एक विशिष्ट स्थान रखता है और जयपुर ज्वैलरी शो इस शहर की समृद्ध विरासत, परंपरा और कला का उत्सव है। उन्होंने कहा कि आभूषण उद्योग आर्थिक विकास और रोजगार के अवसर पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता आ रहा है। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि राज्य सरकार प्रगतिशील नीतियों और 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' के जरिए इस उद्योग को सहयोग करने और बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर जेजेएस उपाध्यक्ष दिनेश खटोरिया ने कहा कि अपने शुरुआती वर्षों में मात्र 67 बूथों से शुरू होकर आज 1227 बूथों तक पहुंचना इस शो की उल्लेखनीय विकास यात्रा है। आज यह प्रदर्शनी देश की सबसे बड़ा बी2बी और बी2सी प्लेटफॉर्म बन चुकी है।
जेजेएस के मानद सचिव राजीव जैन ने बेस्ट बूथ अवॉर्ड्स की घोषणा की और उत्कृष्ट बूथ डिजाइन और ज्वेलरी प्रस्तुति के लिए '18 वर्ग मीटर से ऊपर बेस्ट बूथ ज्वेलरी' श्रेणी में विजेताओं में पहला स्थान बिरधीचंद घनश्याम दास ने जीता वहीं दूसरे स्थान पर मोहनलाल नारायणदास ज्वैलर्स रहे जबकि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जेम्स एंड ज्वैलरी (आईआईजीजे) को बेस्ट इंस्टीट्यूट अवॉर्ड प्रस्तुत किया गया। उन्होंने शो के अगले संस्करण की तारीखों की भी घोषणा करते हुए बताया कि जेजेएस का अगला संस्करण अगले वर्ष 18 से 21 दिसंबर आयोजित होगा।
श्री जैन ने बताया कि इस वर्ष शो में 46 हजार से ज़्यादा विजिटर्स आए, जिनमें से 15 हजार बाहर के शहरों से थे। जेजेएस के संयुक्त सचिव और प्रवक्ता अजय काला ने कहा कि इस बार जेजेएस व्यवसाय के साथ-साथ प्रबंधन की दृष्टि से भी व्यापक और उपयोगी शो रहा। उन्होंने शो की सफलता के लिए सभी प्रदर्शकों, विक्रेताओं और आगंतुकों का आभार जताया।
जेजेएस में 'अनकट' अनफिल्टर्ड डायलॉग्स सेगमेंट के तहत आखिरी दिन 'व्हाय कलर्ड जेमस्टोन्स आर बीकमिंग लग्जरी न्यू ऑब्सेशन' विषय पर एक रोचक पैनल चर्चा का आयोजन किया गया। चर्चा में प्रमुख उद्योग विशेषज्ञों ने उपभोक्ता की पसंद, डिज़ाइन की समझ और वैश्विक बाज़ार में हो रहे परिवर्तनों पर विचार साझा किए।
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