भोपाल , अक्टूबर 15 -- मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने किसानों की लंबित मांगों को लेकर बुधवार को अनूठा प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से सैकड़ों किसानों के साथ पैदल मार्च निकालते हुए उन्होंने अनाज के बोरे कंधे पर लादकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के भोपाल स्थित बंगले तक पहुंचकर अपनी आवाज़ बुलंद की। इस दौरान उन्होंने किसानों की समस्याओं, विशेष रूप से फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उचित दाम सुनिश्चित करने की मांग उठाई और स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसानों को भावांतर की बजाय भाव चाहिए।
श्री पटवारी ने कहा कि मोदी सरकार की गारंटी के अनुसार धान का एमएसपी 3100 रुपये, गेहूं का 2700 रुपये और सोयाबीन का 6000 रुपये प्रति क्विंटल होना चाहिए, लेकिन किसानों को केवल भावांतर की राशि मिल रही है। उन्होंने आठ किसानों की हालिया आत्महत्याओं का उदाहरण देते हुए सरकार की नीतियों की आलोचना की और कहा कि डबल इंजन सरकार केवल हवाई यात्रा और विज्ञापनों पर खर्च बढ़ा रही है, लेकिन किसानों को 20,000 रुपये प्रति बीघा की सहायता नहीं दे रही।
जीतू पटवारी ने सरकार से बीमा योजना को प्रभावी बनाने, सर्वे कर मुआवजा देने, प्याज पर भावांतर की बजाय 14-15 रुपये प्रति किलो खरीदने, सोयाबीन पर 6000 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी, गेहूं पर 2700 रुपये और धान पर 3100 रुपये प्रति क्विंटल का भाव सुनिश्चित करने और किसानों को 20,000 रुपये प्रति बीघा सहायता राशि प्रदान करने की तत्काल मांग पूरी करने का आह्वान किया।
प्रदर्शन के दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक, किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान, पृथ्वीपुर विधायक नितेंद्र राठौर, किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राम मेहर, प्रदेश प्रवक्ता अभिनव बरोलिया, मिथुन अहिरवार, विक्रम चौधरी सहित बड़ी संख्या में किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस दौरान सभी कांग्रेस नेताओं ने सरकार की किसान-विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। श्री पटवारी ने नारा लगाते हुए कहा, "हमें भावांतर नहीं, भाव चाहिए!" और किसानों से आह्वान किया कि वे अपने हक के लिए एकजुट होकर संघर्ष करें। कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और सरकार जागने तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
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