नयी दिल्ली , नवंबर 28 -- चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के उत्साहजनक आंकड़ों का स्वागत करते हुए विशेषज्ञों ने शुक्रवार को कहा कि यह देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती दिखाता है।
उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत दर्ज की गयी। पहली तिमाही में यह 7.8 प्रतिशत रही थी। पहली छमाही में अप्रैल-सितंबर के दौरान जीडीपी वृद्धि दर आठ प्रतिशत रही है।
एमपी फाइनेंशियल एडवाइजरी सर्विसेज के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक महेंद्र पाटिल ने कहा कि जीडीपी के आंकड़ें स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद अर्थव्यवस्था में मजबूत बुनियादी गति बनी हुई है। विनिर्माण क्षेत्र में 9.1 प्रतिशत की तेज बढ़त और वित्तीय तथा पेशेवर सेवाओं में 10.2 प्रतिशत की निरंतर मजबूती यह दर्शाती है कि देश के विकास इंजन का आधार व्यापक है और संरचनात्मक रूप से बेहतर हो रहा है। उन्होंने कहा कि निजी उपभोग 7.9 प्रतिशत तक मजबूत हुआ है, जो बेहतर मांग परिस्थितियों का संकेत देता है। समग्र रूप से, यह आंकड़ा इस विश्वास को मजबूत करता है कि सुदृढ़ घरेलू बुनियादी कारकों और निरंतर निवेश गतिविधियों के समर्थन से भारत उच्च-विकास पथ पर मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
ब्रिकवर्क रेटिंग्स के राजीव शरण ने कहा कि 8.2 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि विनिर्माण, निर्माण तथा सेवाओं में मजबूत गति को दर्शाती है, जिसने पहली छमाही की वृद्धि को 8.0 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है। प्रारंभिक अनुमान से काफी बेहतर यह प्रदर्शन इस बात की पुष्टि करता है कि भारत तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक मजबूत बना हुआ है। हमें उम्मीद है कि पूरे वित्त वर्ष के दौरान वास्तविक जीडीपी वृद्धि लगभग 7.2 प्रतिशत के आसपास रहेगी।
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