जालौन , दिसंबर 28 -- उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य संरक्षण के उद्देश्य से विटामिन-ए सम्पूरण अभियान संचालित किया जा रहा है, जो 24 जनवरी 2026 तक चलेगा।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि विटामिन-ए बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसकी नियमित खुराक से रतौंधी एवं अंधापन से बचाव, कुपोषण से सुरक्षा तथा बीमारियों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।
उन्होने बताया कि विटामिन-ए प्राकृतिक रूप से हरी सब्जियों, फलों, अंडा, दूध एवं दूध से बने उत्पादों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही समय से टीकाकरण कराने से बच्चों को गंभीर संक्रमणों से सुरक्षित रखा जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेन्द्र भिटौरिया ने जानकारी दी कि अभियान के अंतर्गत 9 माह से 12 माह तक के बच्चों को 1 एमएल तथा 1 वर्ष से 5 वर्ष तक के बच्चों को 2 एमएल विटामिन-ए की खुराक पिलाई जा रही है। यह खुराक टीकाकरण दिवस के अवसर पर समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, उपकेंद्रों एवं उनके अंतर्गत आने वाले सत्र स्थलों पर उपलब्ध कराई जा रही है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. ए.पी. वर्मा ने बताया कि विटामिन-ए सम्पूरण कार्यक्रम के द्वितीय चरण में जनपद के 9 माह से 5 वर्ष आयु वर्ग के कुल 2,10,008 लक्षित बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अपर शोध अधिकारी आर.पी. विश्वकर्मा ने बताया कि विटामिन-ए की खुराक से इस आयु वर्ग के बच्चों में 7 प्रतिशत से अधिक मृत्यु दर को रोका जा सकता है, जिससे बाल स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार संभव है।
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