श्रीनगर , दिसंबर 26 -- कश्मीर के प्रमुख 'अस्पताल' शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएएमएस) ने शुक्रवार को पहली बार निशान रहित न्यूनतम चीरफाड़ वाली थायरॉयड सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
यह अहम उपलब्धि क्षेत्र की शल्य चिकित्सा क्षमताओं में जोरदार प्रगति दर्शाती है और एसकेआईएमएस को आधुनिक तरीके से मरीजों की देखभाल में अग्रणी ताैर पर स्थापित करती है। यह शल्य चिकित्सा 'एंडोक्राइन एंड ब्रेस्ट सर्जरी' विभाग अध्यक्ष डॉ. एजाज अहमद मलिक नेतृत्व में की गई।
शल्य क्रिया में थायराइड ग्रंथि को हटाने के लिए तकनीकी रूप से जटिल रिमोट-एक्सेस न्यूनतम चीरफाड़ वाली तकनीक का इस्तेमाल किया गया। इससे गर्दन पर कोई निशान नहीं बनता। एसकेआईएमएस के प्रवक्ता ने बताया कि यह तरीका न्यूनतम चीरफाड़ और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में काफी बड़ी उपलब्धि है।
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