बेमेतरा, 11अक्टूबर (वार्ता) छत्तीसगढ के बेमेतरा पुलिस की ओर से सामुदायिक पुलिसिंग को मजबूत करने और नागरिकों को अपराधों से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए जिले में निरंतर "हमर पुलिस हमर गांव" और "हमर पुलिस हमर बाजार" अभियान चलाया जा रहा है। इन अभियानों के माध्यम से पुलिस टीम ग्रामीण अंचलों, हाट-बाजारों, स्कूलों, कॉलेजों में जाकर सुरक्षा, नशा मुक्ति, साइबर अपराध, महिला सुरक्षा, बाल संरक्षण और यातायात नियमों के प्रति जनजागरूकता फैला रही है।

शनिवार को देवरबीजा चौकी प्रभारी रेशम लाल भास्कर एवं उनकी टीम ने "हमर पुलिस हमर गांव" अभियान के तहत ग्राम सिरसा से चौकी देवरबीजा आए ग्रामीणों को साइबर जन-जागरूकता अभियान के माध्यम से जागरूक किया। उन्होंने ग्रामीणों को साइबर अपराध से बचने के उपाय बताये।

देवरबीजा पुलिस टीम ने ग्रामीणों को फर्जी कॉल, ऑनलाइन ठगी, साइबर फ्रॉड और सोशल मीडिया से जुड़े अपराधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्हें समझाया गया कि किसी अनजान व्यक्ति के कॉल, व्हाट्सएप या वीडियो कॉल का जवाब न दें। किसी भी ऑनलाइन लिंक या संदिग्ध वेबसाइट पर क्लिक न करें। अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम या जीमेल अकाउंट का पासवर्ड किसी से साझा न करें और प्रोफाइल को हमेशा लॉक रखें। नेट बैंकिंग, एटीएम, आधार कार्ड या क्रेडिट कार्ड की जानकारी किसी को न दें। किसी भी प्रकार के ओटीपी को किसी व्यक्ति से साझा न करें। यदि कोई व्यक्ति फोन पर पैसे की मांग करे या झूठी जानकारी देकर धोखा देने की कोशिश करे, तो पहले परिवारजनों या संबंधित व्यक्ति से पुष्टि करें।

पुलिस टीम ने ग्रामीणों को बताया कि साइबर अपराध की स्थिति में नागरिकों से अपील की गई कि वे तुरंत राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें या राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।

बेमेतरा पुलिस द्वारा जिले के विभिन्न गांवों में "हमर पुलिस हमर गांव" के तहत चौपाल लगाकर लोगों से संवाद किया जा रहा है। पुलिस अधिकारी आम नागरिकों से सीधे मिलकर उन्हें साइबर सुरक्षा, नशा मुक्ति, महिला एवं बाल सुरक्षा, यातायात नियमों और सामाजिक सौहार्द के प्रति जागरूक कर रहे हैं।

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