चंडीगढ़ , अक्टूबर 15 -- पंजाब की मंडियों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पंजाब मंडी बोर्ड ने पहले चरण में पटियाला, जालंधर, फिरोजपुर और लुधियाना जिलों की विभिन्न मंडियों में सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना बनायी है।
पंजाब मंडी बोर्ड के अध्यक्ष हरचंद सिंह बरसट ने बुधवार को बताया कि इस योजना पर लगभग 24.42 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस पहल से बिजली खर्च में सालाना लगभग 8.33 करोड़ रुपये की बचत होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि यह योजना राज्य की मंडियों में नवीनतम तकनीक लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। श्री बरसट ने कहा कि राज्य की मंडियों को आधुनिक और सुविधाजनक बनाया जा रहा है, ताकि मंडियों में आने वाले किसानों, आढ़तियों, मजदूरों और अन्य लोगों को किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि बीते दिन इस योजना की शुरुआत अनाज मंडी, पटियाला से की जा चुकी है और पटियाला मंडी में 74 किलोवाट क्षमता वाला रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट लगाया जा रहा है। जिला पटियाला की 10 विभिन्न मंडियों में 656 किलोवाट क्षमता वाले सोलर पावर प्लांट की स्थापना की जायेगी, जिस पर करीब 6.49 करोड़ रुपए खर्च आएगा। इसी प्रकार जिला लुधियाना की 11 विभिन्न मंडियों में लगभग 7.12 करोड़ रुपये की लागत से 757 किलोवाट क्षमता वाला प्लांट लगाया जायेगा। जिला फिरोजपुर में लगभग 5.10 करोड़ रुपये की लागत से आठ विभिन्न मंडियों में 647 किलोवाट क्षमता वाला प्लांट लगाया जाना है। जिला जालंधर की 11 विभिन्न मंडियों में 794 किलोवाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जाना है, जिस पर लगभग 5.71 करोड़ रुपये खर्च आयेगा।
श्री बरसट ने बताया कि पटियाला, जालंधर, फिरोजपुर और लुधियाना जिलों की 40 विभिन्न मंडियों में स्थापित किए जाने वाले सोलर पावर प्लांट पर लगभग 24.42 करोड़ रुपये खर्च होगा, जिससे पंजाब मंडी बोर्ड को सालाना लगभग आठ करोड़ 33 लाख रुपये बिजली खर्चों में बचत होने की उम्मीद है।
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