चेन्नई , नवंबर 30 -- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने रविवार को चक्रवात 'दितवा' से प्रभावित पड़ोसी देश श्रीलंका को हर संभव सहायता देने का वादा किया। इसके कारण उड़ानें रद्द होने के कारण कोलंबो हवाई अड्डे पर फंसे 177 तमिलों को पहले चरण में सुरक्षित रूप से राज्य वापस लाया जा चुका है।

यहां जारी एक बयान में श्री स्टालिन ने कहा कि इन 177 तमिलों में 133 पुरुष, 60 महिलाएँ और चार बच्चे शामिल थे। अनिवासी तमिल कल्याण और पुनर्वास विभाग के अधिकारियों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए, कोलंबो में भारतीय दूतावास से संपर्क स्थापित किया और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। मुख्यमंत्री ने बताया कि ये सभी आज सुबह 11:05 बजे चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे।

इस बीच मुख्यमंत्री ने पड़ोसी श्रीलंका में चक्रवात के कारण हुई व्यापक तबाही पर दुःख व्यक्त करते हुए तमिलनाडु सरकार की ओर से हर संभव मदद का वादा किया। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार और यहां के लोग श्रीलंका के लोगों के दुख में सहभागी हैं।

श्री स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु, केन्द्र सरकार के माध्यम से श्रीलंका को पुनर्वास के लिए भोजन और चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करने में मदद का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार है। उन्होंने मुख्य सचिव एन. मुरुगानंदम को इस संबंध में केंद्र के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए आईएएस अधिकारियों की एक समिति गठित करने का निर्देश दिया है।

इस बीच एक रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया कि कोलंबो में फंसे भारतीय यात्रियों को निकालने के लिए कदम उठाए गए हैं। कोलंबो में भारत के उच्चायोग ने श्रीलंका में फंसे भारतीय यात्रियों की त्वरित वापसी में मदद करनी शुरू कर दी है।

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