चेन्नई/विजयवाड़ा , नवंबर 29 -- चक्रवाती तूफान दितवा के प्रभाव से शनिवार देर शाम तमिलनाडु के चेन्नई शहर और पड़ोसी क्षेत्रों में भारी बारिश हुई।

मौसम विभाग ने इस राज्य के पाँच तटीय जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। खराब मौसम के चलते चेन्नई में 20 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं, जबकि दक्षिणी रेलवे ने कुछ मार्गों पर ट्रेनों के परिचालन में बदलाव की घोषणा की है।

दक्षिण बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान दितवा 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और यह शनिवार आधी रात तक तमिलनाडु के तट से टकराने के बाद आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ेगा।

यह चक्रवात, पहले ही श्रीलंका में भारी तबाही मचा चुका है। इससे तमिलनाडु के पाँच तटीय जिलों - नागपट्टिनम, मायिलादुथुराई, कुड्डालोर, विल्लुपुरम और चेंगलपट्टू प्रभावित हो सकते हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने इन जगहो के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा आज देर रात पुडुचेरी में भी अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है, जबकि चेन्नई पर इसका सीधा असर कम होगा।

नवीनतम मौसम अपडेट के अनुसार, चक्रवात आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ने से पहले चेन्नई से लगभग 25 किलोमीटर दूर से गुजरेगा।अनुमान है कि यह तूफान रविवार को कोरोमंडल तट पर पहुंचने के बाद कमजोर पड़ जाएगा। दक्षिणी आंध्र प्रदेश से सटे तमिलनाडु के तिरुवल्लूर और रानीपेट जिलों के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। कावेरी के अंतिम छोर पर स्थित नागपट्टिनम और मायिलादुथुराई के साथ-साथ कुड्डालोर और विल्लुपुरम के कुछ हिस्सों में मॉनसून की भारी बारिश पहले ही कहर बरपा चुकी है, जिससे खड़ी फसलें बड़े भूभाग में जलमग्न हो गई हैं।

तमिलनाडु के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने संवाददाताओं से कहा कि दितवा के प्रभाव से कमजोर जिलों में भारी बारिश के कारण कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है तथा चक्रवात चेन्नई को छुए बिना आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा, "कुछ जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की लगभग 30 कंपनियां तैनात की गई हैं और यदि आवश्यक हुआ तो और जवानों को बुलाया जाएगा। राहत शिविरों सहित सभी एहतियाती उपाय किए जा चुके हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि स्थिति से निपटने के लिए सेना, नौसेना और वायु सेना के अलावा तटरक्षक बल से भी मदद मांगी गई है।

विजयवाड़ा में, आंध्र प्रदेश सरकार ने चित्तूर, तिरुपति, अन्नामय्या, श्री सत्य साई, नेल्लोर, बापटला और प्रकाशम जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने और आने वाले चक्रवाती तूफान के मद्देनजर तत्काल एहतियाती उपाय शुरू करने का निर्देश दिया है। मुख्य सचिव पी. विजयानंद ने जिला कलेक्टरों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित की और उन्हें यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि चक्रवात के कारण अगले मंगलवार तक कोई भी मछुआरा समुद्र में न जाए।

उन्होंने कहा कि संबंधित जिलों के किसानों के धान की सुरक्षा जरुरी है। साथ ही जर्जर मकानों में रहने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाया जाए। यह भी सुझाव दिया कि जरूरत पड़ने पर लोगों को राहत शिविरों में ले जाने के लिए उचित अग्रिम व्यवस्था की जाए। बिजली आपूर्ति बाधित होने पर, युद्ध स्तर पर बिजली बहाल करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। मुख्य सचिव ने अग्रिम चेतावनी जारी करने और तेज हवाओं के दौरान पेड़ों और होर्डिंग्स के नीचे खड़े होने से बचने का निर्देश दिया।

चक्रवात दितवा के प्रभाव से चित्तूर और तिरुपति जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसी तरह, नेल्लोर, कडप्पा और अन्नामय्या जिलों में छिटपुट स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित