जोधपुर , अक्टूबर 06 -- केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' विजन को धरातल पर उतारने और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए गत 25 सितंबर से शुरू हुआ 'घर-घर स्वदेशी' अभियान आगामी तीन महीनों तक देशभर में चलाया जाएगा।

श्री शेखावत सोमवार को जोधपुर भाजपा द्वारा आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि अभियान का समापन 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर होगा। उन्होंने कहा कि अक्टूबर में राजस्थान सहित देश के सभी जिलों में जन जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। नवंबर और दिसंबर में यह अभियान मंडल, गांव और कस्बों तक पहुंचेगा। अभियान में सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा ताकि इसका प्रभाव अधिकतम हो सके। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान लोक मेले, किसान मेले, स्वास्थ्य यात्राएं, व्यावसायिक बैठकें, स्वदेशी उत्सव, नुक्कड़ नाटक और चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेगी।

उन्होंने कहा कि युवाओं और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों, लघु एवं कुटीर उद्योगों और स्वयं सहायता समूहों को अभियान से जोड़ा जाएगा। 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' योजना के तहत प्रत्येक जिले के प्रमुख उत्पादों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों की उपयोगिता को उजागर करना और स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देने का जनभावना से जुड़ा संदेश देना है।

उन्होंने कहा कि सभी कार्यक्रमों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर घर घर स्वदेशी, आत्मनिर्भर भारत और वोकल फार लोकल जैसे हैशटैग के माध्यम से प्रचारित किया जाएगा। प्रत्येक आयोजन स्थल पर 'आत्मनिर्भर भारत सेल्फी प्वाइंट' बनाए जाएंगे जहां लोग स्वदेशी वस्तुओं के साथ फोटो लेकर जागरुकता में भागीदार बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह महज एक सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है। इसका उद्देश्य भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करना है।

श्री शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज वैश्विक मंदी के बीच दुनिया के लिए आशा की किरण बनकर उभरा है। वर्ष 2014 से पहले भारत को एक कमजोर अर्थव्यवस्था के रूप में देखा जाता था लेकिन आज यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया है। कोविड-19 के दौरान जहां अन्य देश नकद वितरण मॉडल पर टिके थे वहीं भारत ने 'आपदा में अवसर' का मंत्र अपनाकर आत्मनिर्भरता की ओर मजबूत कदम बढ़ाए।

उन्होंने कहा कि 'मेक इन इंडिया', 'रिसर्च इन इंडिया' और एमएसएमई को बढ़ावा देने वाली योजनाओं के कारण देश का उत्पादन तेजी से बढ़ा है। जेम पोर्टल के माध्यम से छोटे उद्योगों को व्यापक बाजार मिला है। रक्षा क्षेत्र में भी उल्लेखनीय आत्मनिर्भरता हासिल की गई है, जो देश की आर्थिक और रणनीतिक मजबूती का प्रमाण है। उन्होंन कहा कि 'घर-घर स्वदेशी' अभियान देश को आत्मनिर्भरता की दिशा में और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो रहा है।

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