नयी दिल्ली , अक्टूबर 15 -- भारतीय सेना ने देश के सुदूर दक्षिणी छोर ग्रेट निकोबार के कैम्पबेल बे में पहली बार अग्निवीरों की भर्ती रैली आयोजित कर अपनी इस प्रतिबद्धता की पुष्टि की है कि कोई भी उम्मीदवार भौगोलिक स्थिति या दूरी के कारण पीछे नहीं छूटना चाहिए। सेना ने राष्ट्रीय एकता और समावेशिता के प्रतीक के रूप में एक ऐतिहासिक आयोजन में मंगलवार को ग्रेट निकोबार के कैम्पबेल बे में पहली अग्निवीर भर्ती रैली का सफलतापूर्वक आयोजन किया। यह आयोजन क्षेत्रीय भर्ती कार्यालय, चेन्नई के तत्वावधान में किया गया था।

सेना की यह ऐतिहासिक पहल उसके अटूट संकल्प और तालमेल गौरवशाली प्रमाण है।

चुनौतीपूर्ण मौसम और संपर्क क्षेत्रों के दूर-दूर होने के बावजूद वायु, जल और थल मार्गों पर समन्वित प्रयासों से बिना किसी गलती के सुचारू ढंग से संपन्न हुई इस भर्ती रैली ने तीनों सेनाओं के बीच वास्तविक तालमेल और नागरिक-सैन्य सहयोग का नमूना पेश किया। थल सेना, नौसेना, वायु सेना और स्थानीय प्रशासन के संयुक्त प्रयासों ने इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा किया।

भर्ती रैली में स्थानीय युवाओं की बड़ी संख्या में भागीदारी देखी गई जिनमें से कई निकोबार जिले के दूरदराज के इलाकों से आए थे। उनका उत्साह और दृढ़ संकल्प द्वीपवासियों में गहरी देशभक्ति की भावना और सेना के निरंतर आउटरीच कार्यक्रमों की सफलता को दर्शाता है। रैली से पहले सेना की ओर से पंजीकरण अभियान और जागरूकता सत्र ने उम्मीदवारों का मार्गदर्शन किया और उन्हें प्रेरणा प्रदान की।

भर्ती रैली ने सशस्त्र बलों और स्थानीय समुदायों के बीच के संबंध को मज़बूत करने के साथ साथ विश्वास, सहयोग और राष्ट्रीय गौरव को बढ़ावा दिया।

कैम्पबेल बे में आयोजित ऐतिहासिक रैली अवसर के माध्यम से सशक्तिकरण का प्रतीक है, जो भारतीय सेना के समावेशिता और एकीकरण के दृष्टिकोण को दर्शाती है। यह सुदूर क्षेत्रों के युवाओं को भी राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित करने और जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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