अहमदाबाद , नवंबर 27 -- गुजरात विश्वकोश ट्रस्ट, अहमदाबाद में 30 नवंबर से 'विश्व संस्कृत पर्व' महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
विश्वकोष के प्रमुख और पद्म श्री से सम्मानित साहित्यकार कुमारपाल देसाई ने गुरूवार को यहां बताया कि विश्वकोष की 40वीं सालगिरह के मौके पर 30 नवंबर से छह दिसंबर तक 'विश्व संस्कृत पर्व' महोत्सव का आयोजन किया गया है, जिसमें भाषा, साहित्य, संस्कृति और कला से जुड़े अलग-अलग प्रोग्राम होंगे। इस महोत्सव में मशहूर हिंदी और मराठी फिल्म एक्टर अमोल पालेकर, सीनियर साहित्यकार अशोक वाजपेयी, मशहूर स्क्रीनराइटर अभिजात जोशी, कंपोजर अमर भट्ट और हिमाली व्यास नायक, पहले अवार्ड विनिंग रेडियो डॉक्यूमेंट्री मेकर मकरंद वायकर, लेखक-डायरेक्टर कमल जोशी वगैरह की खास मौजूदगी में अलग-अलग साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रोग्राम होंगे। इसके तहत लोकभारती यूनिवर्सिटी, सनोसरा के चांसलर अरुण दवे को चीनूभाई आर. शाह जीवनशिल्पी अवॉर्ड दिया जाएगा।
श्री देसाई ने कहा कि विश्वकोष के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि गुजरात विश्वकोष के अलावा इस संस्था ने चिल्ड्रन्स विश्वकोष, बृहद नाट्यकोष, मेडिकल साइंसकोष, नारीकोष, लाइब्रेरी साइंस कोष भी तैयार किया है। 180 से ज़्यादा विषयों पर 24,000 से ज़्यादा आर्टिकल वाला यह विश्वकोष आज ऑनलाइन भी उपलब्ध है। इसे अब तक चार करोड़ अस्सी लाख से ज़्यादा लोग देख चुके हैं और दुनिया भर के डेढ़ लाख से ज़्यादा गुजराती बोलने वाले हर महीने इसका इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रवृत्तियों के अलावा, विश्वकोष वर्कशॉप भी आयोजित करता है।
पूर्व मुख्य सचिव और गुजरात विश्वकोष के ट्रस्टी पी.के. लहरी ने इस मौके पर कहा कि गुजरात विश्वकोष ट्रस्ट एक ऐसी संस्था है जो गुजराती भाषा का गौरव बढ़ाने का काम करती है। यह संस्था भाषा के अलावा ज्ञान फैलाने का भी नेक काम कर रही है। इस अवसर पर उन्होंने विश्वकोष में धीरूभाई ठाकर के योगदान को याद किया और मातृभाषा गुजराती को लेकर सरकार और साहित्यिक संस्थाओं की कोशिशों के बारे में बताया और दुनिया के किसी भी कोने में रहने वाले गुजरातियों तक गुजराती भाषा में ज्ञान का खजाना पहुंचाने के लिए गुजरात विश्वकोष ट्रस्ट की अलग-अलग प्रववृत्तियों की भी तारीफ की।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित