गांधीनगर , अक्टूबर 11 -- गुजरात में विकास सप्ताह के तहत रविवार का दिन शहरी विकास दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
सरकारी सूत्रों ने शनिवार को बताया कि सात अक्टूबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सेवा एवं समर्पण के 24 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में गुजरात राज्य सात से 15 अक्टूबर तक विकास सप्ताह मना रहा है। विकास सप्ताह अंतर्गत 12 अक्टूबर का दिन शहरी विकास दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
गुजरात के मुख्यमंत्री तथा भारत के प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी के 24 वर्षों के नेतृत्व में गुजरात उल्लेखनीय शहरीकरण का साक्षी बना है। आज मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात शहरीकरण की दिशा में लंबी छलांगें लगा रहा है। वर्ल्ड क्लास सिटी डेवलपमेंट को वेग देने के लिए राज्य सरकार द्वारा 2025 को शहरी विकास वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की गई है। विशेषकर शहरी क्षेत्रों में सुदृढ़ रोड, रेलवे तथा एयर कनेक्टिविटी के साथ उत्तम परिवहन सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं। विशाल एवं चौड़े सड़क मार्गों, आधुनिक सुविधाओं से युक्त ट्रेनों व सुव्यवस्थित रेलवे नेटवर्क, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट्स तथा बंदरगाहों के विकास के साथ गुजरात में एक सुविकसित परिवहन नेटवर्क है, जो गुजरात के नागरिकों को उत्तम कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में श्री मोदी ने राज्य में सड़क मार्गों का विशाल नेटवर्क निर्मित करने पर बल दिया था। उनके नेतृत्व में गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में रोड कनेक्टिविटी के लिए प्रगति पथ, शहरी विकास वर्ष अंतर्गत विकास पथ, राज्य के पर्यटन स्थलों को कनेक्टिविटी देने के लिए पर्यटक पथ और गाँवों के किसानों को शहरी क्षेत्रों तक कनेक्टिविटी देने के लिए किसान पथ योजना लागू की गई थी।
समग्र राज्य में आज बढ़ रहे सड़क यातायात परिवहन के प्रबंधन के लिए ओवरब्रिज एवं अंडरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। विशेषकर राज्य के चार महानगरों अहमदाबाद, राजकोट, वडोदरा व सूरत में ओवरब्रिज तथा अंडरब्रिज के निर्माण द्वारा एक सुदृढ़ रोड नेटवर्क स्थापित किया जा रहा है, जिससे नागरिकों के लिए सड़क परिवहन आसान बन रहा है।
उल्लेखनीय है कि फरवरी 2024 में द्वारका तथा बेट द्वारका को जोड़ने वाले अत्याधुनिक सिग्नेचर ब्रिज सुदर्शन सेतु का लोकार्पण किया गया, जिसके माध्यम से इन दो स्थलों के बीच परिवहन आसान बन गया। इसके साथ ही; गुजरात में जामनगर-बठिंडा हाईवे, वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस वे, पोरबंदर-द्वारका नेशनल हाईवे आदि का भी निर्माण किया जा रहा है, जो गुजरात के रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर को अधिक मजबूत बनाएंगे।
इस वर्ष के बजट में नमोशक्ति एक्सप्रेस वे तथा सोमनाथ-द्वारका एक्सप्रेस वे; इन दो ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के निर्माण की घोषणा की गई है। अनुमानित 36,120 करोड़ रुपए की लागत से नमोशक्ति एक्सप्रेस वे डीसा से पीपावाव तक निर्मित किया जाएगा, जिसकी लंबाई 430 किलोमीटर होगी। दूसरी ओर सोमनाथ-द्वारका एक्सप्रेस वे कुल 680 किलोमीटर का होगा, जो अनुमानित 57,120 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होगा। इससे अहमदाबाद, राजकोट व द्वारका के आसपास के क्षेत्रों के लिए कनेक्टिविटी सुगम बनेगी। इसके अतिरिक्त; प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से गुजरात में 3,048 गाँवों में 15,330 किलोमीटर लंबे सड़क मार्गों एवं 88 पुलों के निर्माण से अनुमानित 20 लाख से अधिक लोगों को लाभ हुआ, जबकि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 52,224 किलोमीटर लंबे सड़क मार्गों के निर्माण से 16 हजार गाँवों के 2.6 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ हुआ है।
तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की दीर्घदृष्टि के कारण आज गुजरात में मेट्रो ट्रेनें चल रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अमदाबाद तथा सूरत मेट्रो रेल परियोजनाओं की शुरुआत की थी और भारत के प्रधानमंत्री के रूप में सितंबर 2022 में अहमदाबाद मेट्रो रेल के पहले चरण का और सितंबर 2024 में दूसरे चरण का प्रारंभ कराया था। इसके साथ ही सूरत मेट्रो का कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
देश का सर्वप्रथम बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट भी गुजरात में तेजी से आगे बढ़ रहा है। गुजरात का अहमदाबाद तथा महाराष्ट्र का मुंबई; ऐसे पहले शहर होंगे, जो तेज गति की इस बुलेट ट्रेन के प्रत्यक्ष गवाह बनेंगे। इसके अतिरिक्त; प्रधानमंत्री ने सितंबर 2022 में गुजरात में प्रथम वंदे भारत ट्रेन का प्रारंभ कराया था। आज गुजरात में पांच वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। इसी प्रकार; केन्द्र सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना अंतर्गत गुजरात के 89 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होने जा रहा है, जिनमें से 18 रेलवे स्टेशनों का प्रधानमंत्री द्वारा मई 2025 में लोकार्पण किया गया है।
गुजरात में एयरपोर्ट्स का भी अत्याधुनिक विकास किया गया है। 1,405 करोड़ रुपए की लागत से राजकोट में हीरासर ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण किया गया है। इस नए एयरपोर्ट के निर्माण के बाद राजकोट के व्यावसायिक विकास को वेग मिला है। इसके साथ ही; 3,400 करोड़ रुपए की लागत से सूरत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कार्यरत किया गया है। इसी प्रकार; क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को वेग देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 'उड़े देश का आम नागरिक' यानी उडान योजना लागू की गई है। इस योजना अंतर्गत गुजरात में भावनगर, जामनगर, कंडला, केशोद, मुंद्रा व पोरबंदर एयरपोर्ट पर कनेक्टिविटी बढ़ी है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित