गांधीनगर , अक्टूबर 01 -- गुजरात में गांधी जयंती से खादी और पॉली वस्त्रों पर 30 फीसदी विशेष बाजार प्रोत्साहन सहायता दी जायेगी।

सरकारी सूत्रों ने बुधवार को बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 'वोकल फॉर लोकल' और 'हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी' के प्रधानमंत्री के आह्वान का समर्थन करते हुए स्वदेशी के प्रतीक खादी में गांधी जयंती से पूरे राज्य में भारी छूट देने का दृष्टिकोण अपनाया है। उन्होंने इस संदर्भ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खादी के विचार को सच्चे अर्थ में साकार करते हुए स्वदेशी उत्पाद- खादी और पॉली वस्त्रों के उत्पादन मूल्य पर गांधी जयंती यानी दो अक्टूबर से 30 फीसदी विशेष बाजार प्रोत्साहन सहायता देने का निर्णय किया है। ग्राहकों को खादी की खरीदारी पर यह लाभ 31 दिसंबर, 2025 तक छूट के रूप में मिलेगा।

प्रधानमंत्री द्वारा 'खादी फॉर फैशन-खादी फॉर नेशन' के ध्येय के साथ आत्मनिर्भर और समृद्ध भारत के लिए अधिक से अधिक स्वदेशी चीजों के उत्पादन, बिक्री और उपयोग के लिए दिए गए विचार को खादी में छूट के इस निर्णय से गति मिलेगी। गांधी जयंती के अवसर पर 30 फीसदी विशेष बाजार प्रोत्साहन सहायता की घोषणा से राज्य में खादी और पॉली वस्त्रों के उत्पादन से जुड़ी संस्थाओं और मंडलियों के कारीगरों द्वारा उत्पादित आसन, दरी, रेशम पटोला, ऊनी स्वेटर, जर्सी शॉल और खादी के विभिन्न रेडीमेड गारमेंट सहित हस्तनिर्मित वस्तुओं की बिक्री बढ़ेगी।

श्री पटेल के इस निर्णय के परिणामस्वरूप खादी और ग्रामोद्योग की वस्तुओं का उत्पादन और बिक्री करने वाले ग्रामीण कारीगरों के घरों में दिवाली का आर्थिक उजियारा फैलेगा। खादी बोर्ड की ओर से राज्य में खादी-पॉली वस्त्रों की बिक्री को प्रोत्साहन देने के लिए विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शनी सह बिक्री मेलों का आयोजन किया जाता है।

इस वर्ष गांधी जयंती के अवसर पर पांच से 14 अक्टूबर के दौरान भरूच, पांच से 14 नवंबर के दौरान चिखली और 16 से 25 नवंबर के दौरान वापी में प्रदर्शनी सह बिक्री मेले का आयोजन किया गया है।

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