गोरखपुर , दिसंबर 01 -- महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के स्वास्थ्य एवं जीवन विज्ञान संकाय में सोमवार को गीता जयंती समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित आयुष वाटिका के प्रभारी अश्विनी ने कहा कि गीता केवल एक ग्रंथ ही नहीं बल्कि जीवन के मार्गदर्शन का स्वरूप भी है। इसके उपदेश सदैव प्रासंगिक हैं।

अश्विनी ने कहा कि मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को भगवान श्रीकृष्ण द्वारा कुरुक्षेत्र की पवित्र रणभूमि में अर्जुन को दिए गए दिव्य उपदेश की स्मृति में गीता जयंती मनाई जाती है। यह वही क्षण था जब मोह, शंका और द्वंद्व से घिरे अर्जुन को श्रीकृष्ण ने धर्म, कर्तव्य और जीवन के परम सत्य का ज्ञान कराया।

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