उदयपुर, सितम्बर 27 -- राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि महात्मा गांधी ने हमें सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह का जो मार्ग दिखाया था, वही वर्तमान में समस्याओं का समाधान है।

श्री गहलोत शनिवार को उदयपुर में महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के तत्वावधान में आयोजित संभाग स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में महात्मा गांधी के विचार और भी अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। समाज में बढ़ती हिंसा, असहिष्णुता और कट्टरता को खत्म करने का एकमात्र रास्ता गांधी दर्शन है।

श्री गहलोत ने कहा कि महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति की कार्यशालाएँ केवल विचार-विमर्श तक सीमित नहीं रहेंगी। इनसे निकलने वाले विचारों को धरातल पर उतारना है। आज देश और राज्य को सद्भाव, सहयोग और सहकार की ज़रूरत है। जब समाज में भाईचारा मजबूत होगा तभी विकास संभव होगा।

उन्होंने कहा कि गांधी जी की जीवनी और उनका जीवन संघर्ष आने वाली पीढ़ियों को मार्गदर्शन देता रहेगा। "गांधी जी ने जिस तरह सत्य और अहिंसा के बल पर आज़ादी दिलाई, उसी तरह वर्तमान में हमें सामाजिक बुराइयों, गरीबी, बेरोजगारी और भेदभाव से आज़ादी दिलानी है। यह जिम्मेदारी हम सबकी है।"इस अवसर पर समिति के जिला संयोजक पंकज कुमार शर्मा ने समिति द्वारा अब तक किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि श्री गहलोत के नेतृत्व में पहली बार शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ का गठन किया गया, जिसने संभाग से लेकर वार्ड स्तर तक राज्य सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाया और आपसी सद्भाव का वातावरण निर्मित किया।

कार्यक्रम में श्री गहलोत ने समिति के जिला, उपखंड एवं ब्लॉक स्तर के संयोजकों एवं सह-संयोजकों से सीधा संवाद करके गांधीजी के विचारों को जन-जन तक पहुँचाने का आह्वान किया।

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