गरियाबंद , अक्टूबर 01 -- छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिला मुख्यालय में नवरात्रि पर्व के अवसर पर बुधवार को एक ऐतिहासिक और श्रद्धा से जुड़ी परंपरा का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। माता शीतला मंदिर से निकली 475 ज्योत-जवारा की विसर्जन यात्रा ने पूरे नगर को भक्तिमय रंग में रंग दिया।

सिर पर जवारा, हाथों में आस्था और कदमों में श्रद्धा की लय लिए महिलाएं मांदर और मंजीरे की थाप पर झूमते श्रद्धालुओं के साथ आगे बढ़ रही थीं। देवी-देवताओं की सवारियों के साथ निकली यह यात्रा सिर्फ धार्मिक परंपरा ही नहीं, बल्कि जीवंत आस्था और सामाजिक एकता का प्रतीक बनी।

करीब आधे किलोमीटर लंबी कतार में जब 475 महिलाएं एक साथ सिर पर जवारा लेकर आगे बढ़ीं, तो पूरा नगर भक्ति के रस में डूब गया। सड़कों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा और वातावरण देवी भजनों व जयकारों से गूंज उठा।

गरियाबंद में नवरात्रि केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, बल्कि यह पर्व परंपरा, श्रद्धा और सामाजिक समरसता का उत्सव भी है। माता शीतला मंदिर से पीढ़ियों से चली आ रही यह परंपरा आज भी उसी आस्था और उत्साह के साथ निभाई जा रही है।

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