भोपाल , दिसम्बर 21 -- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि खेल हमारी भारतीय संस्कृति का सदियों से अभिन्न अंग रहे हैं और व्यक्तित्व विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने खेलों को स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया है, जिससे खिलाड़ियों को प्रारंभ से ही बेहतर अवसर मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने खिलाड़ियों से आह्वान किया कि वे जिस भी खेल से जुड़े हों, पूरी लगन और मेहनत के साथ सदैव अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को इन्दौर में एक निजी स्कूल द्वारा आयोजित 7वें नेशनल रैंकिंग पिकलबॉल टूर्नामेंट-2025 को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि वे मध्यप्रदेश राज्य ओलम्पिक एसोसिएशन के संरक्षक भी हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वैदिक काल से ही खेलों का हमारी संस्कृति में विशेष स्थान रहा है। भारतीय खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के नवनिर्माण में खिलाड़ियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है और उनके प्रयासों से भावी पीढ़ी के लिए सकारात्मक वातावरण तैयार हो रहा है। इससे खेल अधोसंरचना के विकास को भी नई दिशा मिल रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश में सबसे तेजी से औद्योगिक प्रगति करने वाले राज्यों में शामिल हो रहा है। औद्योगिक विकास के साथ-साथ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, कुटीर एवं ग्रामोद्योग तथा कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में भी तेज विकास हो रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में मध्यप्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान होगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निजी स्कूल के अध्यक्ष श्री स्वप्निल कोठारी ने कहा कि पुरुषार्थ से ही व्यक्तित्व का विकास होता है। उन्होंने युवाओं से मोबाइल की रील से बाहर निकलकर मैदान में आने और परिश्रम करने की अपील की। साथ ही मुख्यमंत्री के 'अभ्युदय मध्यप्रदेश' संकल्प में सक्रिय सहभागिता का आह्वान किया।

कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक रमेश मेंदोला सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी उपस्थित थे। इस अवसर पर विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का सम्मान भी किया गया।

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