बैतूल, सितंबर 29 -- अवैध नशे के कारोबार पर रोक लगाने के लिए बैतूल पुलिस ने बड़ी कार्यवाई की है। थाना आठनेर पुलिस ने ग्राम बरखेड में मक्का और तुअर की फसल के बीच छिपाकर की जा रही गांजा की खेती का खुलासा किया। पुलिस ने मौके से 1700 गांजा के पौधे (करीब 74 किलो) जब्त कर खेत मालिक को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन ने बताया कि 28 सितंबर को आठनेर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बरखेड गांव में रामकिशोर पिता मन्नु उइके (53) अवैध रूप से गांजा की खेती कर रहा है। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह परिहार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने दबिश दी और खेत की तलाशी ली। इस दौरान मक्का और तुअर की फसल के बीच छोटे-बड़े कुल 1700 गांजा के पौधे बरामद हुए।
पुलिस ने आरोपी रामकिशोर को गिरफ्तार कर मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह परिहार के साथ उपनिरीक्षक मांगीलाल ठाकरे, सउनि दिनेश धुर्वे, सउनि संतोष चौधरी, प्र.आर. पंकज बटके, आर. मनीष पटेल, आर. बीरबल मीणा, आर. प्रवीण, आर. दिनेश, आर. भीम चंचल, महिला आर. कंचन चौरे और श्वेता की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन ने नागरिकों से अपील की है कि नशे के दुष्प्रभावों को देखते हुए अवैध मादक पदार्थों की खेती, तस्करी या विक्रय की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। उन्होंने कहा, "नशा समाज और परिवार दोनों को नष्ट करता है, सभी नागरिक नशे से दूर रहें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।"सारणी क्षेत्र में फरवरी 2025 में धसेड़ गांव में पुलिस ने एक एकड़ ज़मीन पर अवैध अफीम की फसल जब्त की थी। वही रानीपुर क्षेत्र मे इसी माह सड़कवाड़ा गांव में करोड़ों रुपये की अवैध अफीम की फसल का खुलासा हुआ था। जब बोरदेही क्षेत्र फरवरी 2025 में धनिया और पालक की फसलों के बीच अफीम की खेती पकड़ी गई थी।
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