बेमेतरा , अक्टूबर 16 -- छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य विभाग की ओर से राज्य की रजत जयंती के अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खण्डसरा में कुष्ठ पीड़ितों के लिए कुष्ठ विकृति सुधार शिविर का सफल आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य कुष्ठ रोग से प्रभावित मरीजों को उपचार, परामर्श और स्व-देखभाल के प्रति जागरूक करना था।

शिविर का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमृत लाल रोहलेडर के निर्देशन में, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. शरद कोहाड़े के मार्गदर्शन और बीपीएम पंकज आड़ील के नेतृत्व में किया गया। शिविर में क्षेत्र के ऐसे लोगों ने भाग लिया जिनमें कुष्ठ के लक्षण दिखाई दे रहे थे। चिकित्सकों द्वारा सभी मरीजों की जाँच की गई और उन्हें आवश्यक चिकित्सीय सलाह दी गई।

शिविर में ग्रेड-02 विकृति वाले कुल सात मरीजों को जल-तेल उपचार विधि से उपचार की जानकारी दी गई। साथ ही सभी मरीजों को निःशुल्क एमसीआर (माइक्रो सेल्यूलर रबर) चप्पल, टब एवं सेल्फ केयर किट वितरित की गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने मरीजों को इन सामग्रियों के उपयोग एवं रखरखाव की विधि के बारे में विस्तार से समझाया।

इस अवसर पर डॉ. टिकेश्वर ध्रुव, डॉ. आनंद निर्मलकर, बीईटीओ प्रकाश भारती, एनएमए राजेंद्र कुमार गनबेर सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद थे।

शिविर के सफल आयोजन से क्षेत्र के कुष्ठ पीड़ितों को न केवल चिकित्सा सुविधा मिली, बल्कि उन्हें रोग के प्रति जागरूकता और आत्म-देखभाल के महत्व की जानकारी भी प्राप्त हुई।

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