लखनऊ , दिसम्बर 2 -- उत्तर प्रदेश (पूर्व) के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त अमल पुष्प ने मंगलवार को प्रत्यक्ष कर भवन, लखनऊ के सभागार में लेखक मनीश वर्मा 'मनु' की नवीनतम कृति "कोलकाता मेरी नज़र से" का लोकार्पण किया।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि पुस्तक ने उन्हें उनके कोलकाता प्रवास के शुरुआती दिनों की स्मृतियों में पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा "यह कृति कोलकाता को एक शहर के रूप में नहीं, बल्कि एक जीवंत और आत्मीय अनुभव के रूप में प्रस्तुत करती है।"लेखक मनीश वर्मा 'मनु' ने अपने वक्तव्य में कहा कि कोलकाता मात्र एक महानगर नहीं, बल्कि एक अदृश्य जादू, जीवन्त संवेदना, और गहरी आत्मीयता से भरा शहर है। उन्होंने बताया कि यह शहर आपको अपनी चकाचौंध से नहीं, बल्कि अपने सौम्य व्यवहार, संस्कृति, भाषाई मधुरता और अपनत्व से जीतता है-एक ऐसे धैर्यवान मित्र की तरह, जो धीरे-धीरे अपना हृदय आपके लिए खोल देता है।

"कोलकाता मेरी नज़र से" पुस्तक में लेखक ने कोलकाता की गलियों, ट्राम की धीमी गति, गंगा तट की शांति, पुरानी इमारतों की विरासत, और वहाँ के लोगों की भद्रता को अत्यंत संवेदनशीलता के साथ शब्दों में पिरोया है। यह कृति भावनात्मक अनुभवों, आत्मीय स्मृतियों और सूक्ष्म अवलोकनों का अनूठा संग्रह है, एक ऐसी साहित्यिक यात्रा, जो पाठक और शहर के बीच एक आत्मीय संवाद स्थापित करती है।

कार्यक्रम में राजभाषा अधिकारी सह आयकर आयुक्त आदरणीय शौर्य शाश्वत शुक्ल, जिन्होंने इस पुस्तक की भूमिका लिखी है, ने कृति का सार एवं लेखकीय भाव पाठकों के समक्ष रखते हुए पुस्तक के विषय-वस्तु का संक्षिप्त परिचय दिया।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित