वाराणसी , नवंबर 28 -- उत्तर प्रदेश का वाराणसी जिला इन दिनों प्रतिबंधित कोडीन युक्त कफ सिरप की तस्करी के कारण सुर्खियों में है। लखनऊ से स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और पुलिस ने इस मामले के कथित मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल के सबसे करीबी सहयोगी अमित सिंह टाटा को गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी के बाद कफ सिरप के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है।
विशेष जांच दल (एसआईटी), खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन तथा एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) की टीमें लगातार विभिन्न फर्मों की जांच में जुटी हुई हैं। काशी जोन के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सरवणन टी. ने आज बताया कि इस मामले से जुड़े हर छोटे-बड़े पहलू की गहन जांच की जा रही है। सभी कड़ियों को जोड़ा जा रहा है। जिन फर्मों से प्रतिबंधित कफ सिरप की खरीद-बिक्री हुई है, उनके कागजातों की बारीकी से पड़ताल हो रही है। पुलिस टीमें सोनभद्र, जौनपुर सहित अन्य जिलों में भी इस अवैध कारोबार से जुड़े लोगों पर नजर रखे हुए हैं।
वाराणसी की सप्तसागर दवा मंडी में भी ड्रग विभाग की टीम जांच कर रही है। गिरफ्तार अमित सिंह टाटा की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिनमें वह कई प्रभावशाली एवं सफेदपोश लोगों के साथ नजर आ रहा है। पुलिस इस पहलू की भी गंभीरता से जांच कर रही है। अमित सिंह टाटा पर वाराणसी में भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस शुभम जायसवाल के पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है और उसके साथ कारोबार करने वाले सभी व्यापारियों को रडार पर लिया गया है। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में इस मामले में और भी बड़ी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
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