सीहोर , नवंबर 26 -- मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के कोठरी स्थित वीआईटी कॉलेज में छात्रों का गुस्सा ज्वालामुखी बनकर फूटा।
कल देर रात कथित तौर पर भोजन और पानी की घटिया गुणवत्ता से बीमारियों का प्रकोप बढ़ने पर सैकड़ों छात्रों ने एकत्र होकर कॉलेज परिसर को रणभूमि में बदल दिया। विरोध इतना उग्र हुआ कि कॉलेज की बस, दो चारपहिया वाहन और एंबुलेंस को आग लगा दी गई, साथ ही हॉस्टल की खिड़कियों के शीशे, आरओ प्लांट और कई अन्य हिस्सों में भी भारी तोड़फोड़ की गई। रात को आष्टा पुलिस ने छात्रों को शांत किया।
पुलिस के अनुसार छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में परोसा जा रहा खराब भोजन और दूषित पानी पीलिया और अन्य बीमारियों की असली वजह है। दावा है कि कई छात्र गंभीर रूप से बीमार पड़े और कुछ की जान भी चली गई। लगभग 100 छात्र अलग-अलग अस्पतालों आष्टा, सीहोर और भोपाल में भर्ती कराए गए हैं। छात्रों के अनुसार शिकायत करने पर प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टा मामले को दबाने की कोशिश की।
हॉस्टल में लगातार बिगड़ रही व्यवस्था पर छात्रों ने शांतिपूर्ण विरोध किया, लेकिन छात्रों का आरोप है कि हॉस्टल वार्डन और गार्ड्स ने विरोध रोकने के लिए उनसे मारपीट की और धमकाया। यूनिवर्सिटी प्रशासन के पास जाने पर भी कोई ठोस जवाब नहीं मिला। इसी से छात्रों का गुस्सा नियंत्रण से बाहर हो गया और माहौल हिंसक हो गया। छात्रों से गार्ड द्वारा मारपीट के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं।
इसी क्रम में कल देर रात बगैर किसी योजना के छात्र स्वतः संगठन की तरह इकट्ठा होते गए और देखते-देखते सैकड़ों छात्र विरोध स्थल पर पहुंच गए। बस और एंबुलेंस को आग के हवाले कर दिया गया, गाड़ियों के शीशे तोड़े गए, हॉस्टल और कैंपस के कई हिस्सों को बुरी तरह नुकसान पहुंचा। रात भर घंटों तक परिसर दहलता रहा।
जैसे ही घटना की सूचना प्रशासन तक पहुंची, आष्टा एसडीएम नितिन टाले, अनुविभागीय अधिकारी आकाश अमलकर सहित आष्टा, जावर, पार्वती, कोतवाली और मंडी थाना क्षेत्रों से भारी पुलिस बल तत्काल कॉलेज पहुंचा। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए लगातार बातचीत और समझाइश का सहारा लिया। प्रशासन ने हालात शांत करने के लिए पूरी रात कैंपस में डेरा डाले रखा। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है और परिसर में पर्याप्त पुलिस बल तैनात है।
आष्टा एसडीएम ने छात्रों को आश्वासन देते हुए कहा कि भोजन और पानी की सैंपलिंग कराई जाएगी और बीमार छात्रों की संख्या सहित पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
एसडीओपी श्री अमलकर ने बताया कि प्रशासन ने हॉस्टल-प्रबंधन से भी जवाब तलब किया है और छात्रों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा। किसी भी छात्र पर दबाव या धमकाने जैसी घटना दोहराई गई तो कड़ी कार्रवाई होगी।
इसी बीच सीहोर एसपी दीपक शुक्ला ने बताया कि स्थिति अब सामान्य है और वीआईटी कॉलेज में 30 नवंबर तक अवकाश घोषित किया गया है। कई छात्र घर लौट रहे हैं। आज कॉलेज प्रबंधन और छात्रों के प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रशासन की संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें भोजन-पानी की गुणवत्ता, हॉस्टल व्यवस्थाओं और अस्पताल में भर्ती छात्रों से संबंधित पूरी रिपोर्ट पर चर्चा की जाएगी।
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