तिरुवनंतपुरम , नवंबर 25 -- मलंकारा ऑर्थोडॉक्स सीरियन चर्च के सर्वोच्च धर्मगुरु कैथोलिकोस ऑफ द ईस्ट और मलंकारा मेट्रोपॉलिटन बासेलियस मार्थोमा मॅथ्यूज तृतीय ने नाइजीरिया में एक कैथोलिक बोर्डिंग स्कूल से 303 छात्रों और 12 शिक्षकों के अपहरण को "मानवीय मूल्यों का चौंकाने वाला उल्लंघन" और "विश्व की नैतिक चेतना पर सीधा हमला" करार दिया है।
सिडनी में मलंकारा ऑर्थोडॉक्स चर्च की एशिया-पैसिफिक डायोसीज़ सभा को संबोधित करते हुए, कैथोलिकोस ने उस क्रूर हमले की निंदा की जिसमें हथियारबंद आतंकवादियों ने नाइजर राज्य के पापिरी में सेंट मैरी कैथोलिक स्कूल पर हमला किया और 303 छात्रों और 12 शिक्षकों को अगवा कर लिया, यह बात चर्च अधिकारियों और नाइजीरियाई अधिकारियों द्वारा जारी सत्यापित और संशोधित आंकड़ों से पता चली है।
उन्होंने कहा कि नाइजर राज्य के पपीरी स्थित सेंट मैरी कैथोलिक माइनर सेमिनरी पर हुआ यह हमला "जातीय और धार्मिक घृणा से प्रेरित अत्यधिक क्रूरता का कृत्य" है। उन्होंने विश्व नेताओं से तत्काल हस्तक्षेप कर सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने की अपील की।
चर्च अधिकारियों और नाइजीरियाई प्रशासन द्वारा जारी संशोधित आंकड़ों के अनुसार, 22 नवंबर 2025 को हुए इस हमले में सशस्त्र आतंकवादियों ने कई घंटों तक स्कूल परिसर में तांडव मचाया, छात्रावासों और कक्षाओं में घुसकर बच्चों को जबरन जंगल की ओर ले गए। यह नाइजीरिया के इतिहास में एक ही स्कूल से छात्रों का अब तक का सबसे बड़ा सामूहिक अपहरण है।
कैथोलिकोस ने नाइजीरिया में ईसाइयों के खिलाफ बढ़ते लक्षित हमलों पर गहरी चिंता जताते हुए कहा, "नन्हे-निर्दोष बच्चों को सांप्रदायिक हिंसा के दलदल में धकेलना पूरी तरह अमानवीय है और इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।" उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अल्पसंख्यकों और स्कूली बच्चों की सुरक्षा को मानवीय जिम्मेदारी मानते हुए त्वरित कार्रवाई करने का आह्वान किया।
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