कोच्चि , दिसंबर 21 -- केरल के कोच्चि में 'गांधी शिल्प बाज़ार-कोचीन शिल्प उत्सव 2025' के उद्घाटन के साथ शहर में भारतीय हस्तशिल्प की रंगीन दुनिया जीवंत हो उठी।
इस 10 दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प महोत्सव में देश भर से आई उत्कृष्ट कृतियों को प्रदर्शित किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य कारीगरों को अपनी कृतियों के लिए सीधे बाजार और मंच उपलब्ध कराना है, जिससे वे बिना किसी बिचौलिये के उपभोक्ताओं से जुड़ सकें।
यह कार्यक्रम शिल्पकारों को बाज़ार की पसंद समझने में मदद करता है और पारंपरिक कौशल को बनाए रखते हुए डिज़ाइनों को आधुनिक रुचियों के अनुसार ढालने में मदद करता है। लगभग 70 बेहतरीन शिल्पकार इस आयोजन में भाग ले रहे हैं, इनमें विभिन्न राज्यों से राष्ट्रीय और राज्य पुरस्कार विजेता शामिल हैं। इनका चयन हस्तशिल्प विकास आयुक्त कार्यालय के आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से किया गया है।
लेनिन राज ने कहा "यह महोत्सव भारत की समृद्ध शिल्प विरासत को एक ही छत के नीचे लाता है और कला प्रेमियों को राष्ट्रीय शिल्पों की विविधता को देखने का दुर्लभ अवसर प्रदान करता है।"भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के अंतर्गत हस्तशिल्प विकास आयुक्त कार्यालय द्वारा आयोजित यह महोत्सव कोट्टायम के जवाहरलाल मेमोरियल सोशल वेलफेयर एंड पब्लिक को-ऑपरेशन सेंटर के सहयोग से 20 से 29 दिसंबर 2025 तक एर्नाकुलम में मरीन ड्राइव के पास शिवा मंदिर मैदान में आयोजित किया जा रहा है।
यहाँ कश्मीर शॉल, आभूषण, कालीन, धातु शिल्प, अरनमुला धातु दर्पण, हाथ से छपे वस्त्र, कलात्मक मिट्टी के बर्तन, चमड़े के उत्पाद, मिथिला पेंटिंग्स, पश्चिम बंगाल की जूट कला, बेंत और बाँस के सामान, पूर्वोत्तर भारत के सूखे फूलों से बने उत्पाद, लकड़ी और पत्थर की नक्काशी, कांस्य मूर्तियाँ, कलमकारी साड़ियाँ, टेराकोटा, हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग, ज़री कढ़ाई, प्राकृतिक रेशों से बने उत्पाद तथा तंजावुर और मैसूर पेंटिंग्स सहित हस्तशिल्प की विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित और बिक्री के लिए उपलब्ध है। हथकरघा बुनकर भी इसमें भाग ले रहे हैं।
आकर्षण का एक मुख्य केंद्र यह भी है कि इस महोत्सव में प्रसिद्ध कारीगरों द्वारा सीधे अपनी कला और शिल्प कौशल का प्रदर्शन भी किया जा रहे है, जिससे आगंतुकों को भारत के विभिन्न क्षेत्रों की जटिल तकनीकों को नज़दीक से देखने का अवसर मिल रहा है।
यह उत्सव आम जनता के लिए रविवार सहित प्रतिदिन सुबह 10 बजे से रात आठ बजे तक खुला है और इसका प्रवेश निःशुल्क है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन शनिवार को सांसद हिबी ईडन ने किया, जबकि एर्नाकुलम के विधायक टी. जे. विनोद ने समारोह की अध्यक्षता की। जिलाधिकारी जी. प्रियंका ने बिक्री स्टॉलों का औपचारिक उद्घाटन किया।
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