फगवाड़ा , दिसंबर 22 -- पंजाब में कपूरथला के जिला प्रशासन ने फगवाड़ा की गोल्डन संधार शुगर मिल को मौजूदा पेराई सीजन के लिए कोई लाइसेंस तब तक जारी नहीं करने का फैसला किया जाएगा, जब तक कि इसके मौजूदा मालिक, राणा ग्रुप, किसानों को गन्ना के बकाया 28 करोड़ रुपये के भुगतानके संबंध में स्पष्ट आश्वासन नहीं देते।

इस संबंध में कपूरथला के जिला उपायुक्त अमित कुमार पांचाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव तूरा, एसडीएम जशनजीत सिंह, पंजाब गन्ना आयुक्त और मनजीत सिंह राय और सतनाम सिंह साहनी के नेतृत्व में सोमवार को किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) के नेताओं सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों की एक बैठक में गोल्डन संधार शुगर मिल लिमिटेड, फगवाड़ा के खिलाफ किसानों के लगभग 28 करोड़ रुपये के लंबे समय से लंबित गन्ने के भुगतान के बकाया पर चर्चा की गयी।

बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए, बीकेयू दोआबा के नेता मनजीत सिंह राय ने कहा कि अधिकारियों ने आश्वासन दिया है और फैसला किया है कि फगवाड़ा शुगर मिल को मौजूदा पेराई सीजन के लिए कोई लाइसेंस तब तक जारी नहीं किया जाएगा, जब तक कि इसके मौजूदा मालिक, राणा ग्रुप, बकाया भुगतान के संबंध में स्पष्ट आश्वासन नहीं देते। उन्होंने कहा कि यह फैसला किसानों के भुगतान में लंबी देरी को देखते हुए लिया गया है।

श्री राय ने कहा कि राणा ग्रुप द्वारा फगवाड़ा शुगर मिल के अधिग्रहण के समय, एक समझौता हुआ था, जिसके तहत कंपनी को किसानों के बकाया के लिए अपने वार्षिक पेराई सीजन के मुनाफे का 2.5 प्रतिशत भुगतान करके लंबित बकाया का भुगतान करना था। उन्होंने आरोप लगाया कि राणा ग्रुप इस समझौते का पालन करने में विफल रहा है और अब तक बकाया का कोई भुगतान नहीं किया गया है। उन्होने कहा कि प्रशासन ने इस मुद्दे पर 26 दिसंबर को एसडीएम कार्यालय, फगवाड़ा में एक और बैठक बुलाई है। तब तक, उन्होंने कहा, गोल्डन संधर शुगर मिल लिमिटेड को चल रहे पेराई सीजन के लिए संचालन की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस बीच, भुगतान का मुद्दा अनसुलझा होने और बातचीत जारी रहने के बावजूद, आस-पास के इलाकों के किसानों ने कथित तौर पर पेराई के लिए फगवाड़ा शुगर मिल में गन्ना लाना शुरू कर दिया है, जिससे यह मामला और भी ज़रूरी हो गया है।

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