लखनऊ , अक्टूबर 7 -- बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में जातिवादी व्यवस्था के शिकार करोड़ों दलित, आदिवासी व पिछड़े वर्गों को बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के मिशनरी आंदोलन से जोड़कर आत्मसम्मान व स्वाभिमान की नई राह दिखाने वाले बसपा संस्थापक मान्यवर कांशीराम के प्रति इन दोनों दलों का रवैया हमेशा से ही जातिवादी व पक्षपाती रहा है।

मंगलवार को अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मायावती ने कहा " नौ अक्टूबर को कांशीराम की पुण्यतिथि है, लेकिन सपा और कांग्रेस जैसी पार्टियां समय-समय पर स्वार्थ के लिए उनके नाम का इस्तेमाल करती रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दलों का चरित्र "मुँह में राम, बगल में छुरी" वाली कहावत को चरितार्थ करता है। सपा ने न केवल कांशीराम जी के जीवनकाल में उनके आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की, बल्कि बसपा सरकार द्वारा 2008 में कानपुर देहात को अलग मंडल बनाकर 'कांशीराम नगर' नाम देने के बाद भी उसे बदल दिया। इसके अलावा, कांशीराम के नाम पर बनाए गए विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, अस्पतालों व संस्थानों के नाम भी सपा सरकार ने बदल दिए। मायावती ने इसे "घोर दलित विरोधी चाल और चेहरा" करार दिया।

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