लखनऊ , अक्टूबर 3 -- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी डाक टिकट और सिक्के को लेकर कांग्रेस के पूर्व सांसद डॉ उदितराज ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि "आज सत्ता में हैं तो मनमानी कर रहे हैं, लेकिन जिस दिन कांग्रेस सत्ता में आएगी, आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने पर जारी डाक टिकट और सिक्के रद्द कर दिए जाएंगे।
शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए डॉ उदित राज ने कहा कि आरएसएस का जन्म ही दलित-पिछड़ों के ख़िलाफ़ हुआ था। उन्होंने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में जब सबका योगदान दिखा तो हेडगेवार को डर हुआ कि एक बार भारत आजाद हुआ सत्ता में सबकी हिस्सेदारी होगी और सवर्ण वर्चस्व समाप्त हो जाएगा। मुसलमान पहले से सत्ता में रह चुके थे, इसलिए उनकी चिंता नहीं थी-चिंता थी दलित, पिछड़े और आदिवासी के उभार की।
उन्होंने कहा कि 2014 से सत्ता में आकर आरएसएस-भाजपा ने इन वर्गों को नए रूप में अछूत बना दिया। निजीकरण से शिक्षा और नौकरियों से बाहर किया, प्रशासन में पिछड़ों की बढ़ती भागीदारी पर विराम लगाया और देश को हिंदू-मुस्लिम नफ़रत में झोंक दिया।
डॉ उदितराज ने कहा कि आज सत्ता में हैं तो मनमानी कर रहे हैं, लेकिन जिस दिन कांग्रेस सत्ता में आएगी, आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने पर जारी डाक टिकट और सिक्के रद्द कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भागवत जी हमें एक कुआँ, एक मंदिर और एक श्मशान की जगह एक तरह की शिक्षा, जाति विहीन समाज और हिस्सेदारी चाहिए। दलित और ओबीसी अब जाग गए हैं और आपके झाँसे में नहीं आने वाले हैं ।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित