भोपाल , दिसंबर 01 -- मध्यप्रदेश विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों ने विधानसभा के सत्रों की अवधि लगातार छोटे होते जाने का आरोप लगाते हुए सदन में हंगामा किया, जिस पर अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने इस मामले पर बातचीत करने का आश्वासन दिया।
शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि राज्य में समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन सत्र का समय लगातार कम होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि विधायक सत्र में ही बात कह सकते हैं, लेकिन अवधि कम होने से विधायकों की बात सदन में नहीं आ पाती। इस पर कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने उनका समर्थन किया।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि उन्होंने इस विषय में अध्यक्ष श्री तोमर को पत्र भी लिखा है। उन्होंने सरकार पर राज्य की समस्याओं से भागने का आरोप लगाया। उनकी बात के समर्थन में पार्टी के सभी विधायक नारेबाजी करते हुए आसंदी के पास तक आ गए।
हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस मुद्दे पर चर्चा की बात की, जिस पर अध्यक्ष श्री तोमर ने कहा कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में इस विषय को लेकर चर्चा कर ली जाएगी।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज पहला दिन था। सदन की कार्यवाही पांच दिसंबर तक अपेक्षित है। इस दौरान चार बैठकें प्रस्तावित हैं। पांच दिवसीय सत्र की अधिसूचना जारी होते ही कांग्रेस ने सत्र की अवधि को लेकर सवाल उठाना शुरु कर दिया था।
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