नयी दिल्ली , दिसंबर 19 -- कांग्रेस ने संसद के शीतकालीन सत्र को प्रदूषण सत्र करार देते हुए कहा है कि प्रदूषण पर चर्चा नहीं होने देने का आरोप गलत है और पार्टी इस आरोप का पूरी तरह से खंडन करती है।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार का विपक्ष पर प्रदूषण के मुद्दे पर संसद में चर्चा नहीं कराने का आरोप बेबुनियाद और एकदम गलत है। कांग्रेस ही चाहती थी कि इस मुद्दे पर संसद में चर्चा होनी चाहिए क्योंकि दिल्ली में प्रदूषण के कारण जीना दूभर हो गया है इसलिए सरकार का आरोप गलत है और पार्टी इस आरोप का खंडन करती है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही इस मुद्दे पर चर्चा कराने का विचार दिया था और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ही इस मुद्दे को उठाया और चर्चा कराने की सरकार से मांग की। यही नहीं इस पर चर्चा का नोटिस भी कांग्रेस ने ही दिया था तो सरकार किस आधार पर सरकार कहती है कि विपक्ष के कारण इस पर चर्चा नहीं हो पायी।

कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि सरकार इस पर चर्चा कराएगी लेकिन अचानक लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी जाती है। संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त हो गया। सरकार ने ही सत्र से पहले औपचारिक सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें यह भी चर्चा हुई कि विपक्ष सदन में क्या मुद्दे उठाना चाहता है और सरकार कौन से विधेयक लाना चाहती है। इसी के अनुसार सरकार की तरफ से कहा गया था कि वह 14 विधेयक पेश करेगी, जिसमें 12 मुख्य विधेयक होंगे।

उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि सदन में पांच विधेयक लाए ही नहीं गए और अचानक सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी गयी। ऐसे में सरकार द्वारा पहले से इनकी जानकारी देने का कोई मतलब नहीं है।

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