हैदराबाद , नवंबर 27 -- तेलंगाना के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने गुरुवार को विपक्ष पर आरक्षण के मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस सरकार स्थानीय निकाय चुनावों में पिछड़ा वर्ग के लिए 42 प्रतिशत कोटा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
यहां गांधी भवन में मीडिया से बात करते हुए श्री प्रभाकर ने स्पष्ट किया कि सरपंच चुनाव तीन चरणों में आयोजित किए जाने हैं और सरकार ने पिछड़ा वर्ग कोटा लागू करने के लिए सभी कानूनी आवश्यकताओं को पूरा किया है। हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि जो दल पिछड़ा वर्ग के अधिकारों का चैम्पियन होने का दावा करते हैं, वे अदालत में सुनवाई के दौरान चुप रहते हैं। उन्होंने सवाल किया कि वे पार्टियां स्थानीय निकाय अनुदान के तहत केंद्र से राज्य को देय 2,800 करोड़ रुपये के लिए क्यों नहीं लड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि दो वर्षों से फंड की कमी के कारण राज्य को विकास को रुकने से बचाने के लिए चुनाव प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ना पड़ा।
भाजपा पर निशाना साधते हुए श्री प्रभाकर ने कहा कि यह पार्टी पिछड़ा वर्ग मुख्यमंत्री बनाने का वादा करती है, लेकिन उसके अध्यक्ष और विधायक दल के नेता उच्च जातियों से हैं। उन्होंने मांग की कि अगर भाजपा वास्तव में 42 प्रतिशत आरक्षण का समर्थन करती है, तो वह बताए कि इसे व्यवहार में कैसे लागू किया जा सकता है।
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